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सरकार भारत के मिलेट मिशन को रफ्तार देने के लिए, कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है. भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नफेड) ने भी इस मिशन को गति देने की दिशा में एक कदम उठाया है. हर घर तक बाजरा पहुंचाने का सरकार का ये अभियान नफेड की भागीदारी से और भी अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए तैयार है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दिल्ली हाट, नई दिल्ली में कृषि सहकारी-नेफेड के एक्सक्लूसिव मिलेट एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन किया. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और श्रीमती शोभा करंदलाजे भी इस इवेंट में शामिल हुए. इस अवसर पर नेफेड के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह, बोर्ड के निदेशक मौजूद रहे.
Image Credits: Ministry of Agriculture
मिलेट एक्सपीरियंस सेंटर को एक ख़ास गोल के साथ डिजाइन किया गया है, जिसमे बाजरा आधारित उत्पादों और बाजरा की खेती करने वाले राज्यों का प्रदर्शन किया जायेगा. यहां एक टेस्टिंग टेबल का इंतज़ाम किया गया है जहां बाजरा से बने भोजन और डेसर्ट उपलब्ध हैं.बाजरा से बनी खाने की चीज़ों को बढ़ावा देने के लिए, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने ऐसी कई पहलों के ज़रिये 'इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट' (IYM) 2023 को सफलतापूर्वक मनाने के लिए नेफेड के साथ हाथ मिलाया. कई राज्यों के साथ हुए अनुबंध के अनुसार हर महीने में दो बार राज्य अपना मिलेट से बना उत्पाद और रेसिपीज़ यहां प्रस्तुत करेंगे. छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के साथ एमओयू साइन हुआ जिसमे राज्यों के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मिलेट किचन की शुरुआत की जाएगी. नफेड की बुकलेट का विमोचन किया गया जिसमे मिलेट से जुड़ी जानकारी, रेसिपीज़, और उत्पाद शामिल हैं. महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़कर काम कर रही संस्थाओं को प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया.
सरकार का लक्ष्य हर किसी की थाली में मोटे अनाज को फिर से शामिल करना है, जिससे भारत मिलेट का सबसे बड़ा निर्यातक और उत्पादक बन सके. इस पहल से न केवल किसानों की आजीविका में सुधार होगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि स्वस्थ और पौष्टिक भोजन तक सभी की पहुंच हो.