खेती का चुना रास्ता

गायत्री शेल्के ने कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद जॉब की जगह खेती का रास्ता चुना

मिली आर्थिक आज़ादी

Fyllo की मदद से आर्थिक आज़ादी हासिल की. उच्च मूल्य वाली फसलों की खेती कर आज वह 2.5 लाख/एकड़ की वार्षिक आय अर्जित करती है

मिली महिला सशक्तिकरण को राह

Fyllo के साथ 50 महिलाएं सशक्तिकरण की राह चल रही हैं. Fyllo गायत्री शेल्के जैसी महिलाओं को सशक्त बनाने, अनुपयोगी भूमि को समृद्ध खेतों में बदलने में मदद कर रहा है

स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी हुआ योगदान

इससे न सिर्फ वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा मिला, बल्कि पहले से नजरअंदाज किए गए संसाधनों के इस्तेमाल से स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान हुआ.