अलग-अलग भावनाओं, संस्कृतियों, और अनुभवों को साथ जोड़ने का काम कला की मदद से किया जा सकता है. रंग और कला के इस्तेमाल से वह संदेश भी दिया जा सकता है जिसे भाषा की व्याकरण में बांधना मुश्किल होता है. अरावनी आर्ट प्रोजेक्ट (Aravani Art Project) भी ऐसी ही एक शुरुआत है जो ट्रांस और सिस महिलाओं (Trans and Cis women) को कला के ज़रिये अपनी बात कहने का मौका दे रहा है. समाज में LGBTQIA + समुदाय के लोगों को भेदभाव (descrimination) और असमानताओं (inequality) का सामना करना पड़ता है. समाज में इसे कम करने के मिशन के साथ, अरावनी आर्ट प्रोजेक्ट LGBTQIA+ समुदाय को देखने के समाज के नज़रिये में बदलाव ला रहा है.
Image Credits: aravaniartproject
LGBTQIA + समुदाय के लोगों की आवाज़ बन, अरावनी आर्ट प्रोजेक्ट हर इंसान के लिए सेफ स्पेस की वकालत कर रहा है. LGBTQIA + लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर आत्मविश्वास, सुरक्षित और अपनापन महसूस करवाने के लिए कला का इस्तेमाल किया जा रहा है. सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के साथ उत्पीड़न के मामले सबसे ज़्यादा होते हैं, इसलिए आर्ट प्रोजेक्ट ने पब्लिक प्लेसेस (public places) को अपना कैनवास बनाया.
Image Credits: aravaniartproject
इस प्रोजेक्ट के ज़रिये महिलाएं और नॉन बाइनरी लोग (non-binary people) एक साथ काम कर एक दूसरे को पहचानते हैं और अपने बायस (bias) को दूर करते हैं. फ्रीलांस कला (freelance art) और डिजाइन परियोजनाओं (design projects) के ज़रिये ट्रांसजेंडर समुदाय (transgender community) को आय (income) का ज़रिया मिल पाता है. इस दौरान, संगठनात्मक कौशल विकसित होता है और जागरूकता (awareness) बढ़ाकर सामाजिक परिवर्तन (social change) लाने का अवसर भी मिलता है.
Image Credits: aravaniartproject
इन प्रोजेक्ट्स के ज़रिये अलग-अलग जगहों पर कंपनियों, समुदायों, और सरकारी संस्थानों के साथ साझेदारी की जाती है. इससे सामाजिक भागीदारी का मौका मिलता है और बातचीत करने और सवालों का सही जवाब ढूंढ़ने के लिए सुरक्षित जगह मिल पाती है. इस तरह के प्रोजेक्ट्स की संख्या देशभर में बढ़ानी होगी ताकि जागरूकता कार्यक्रमों (awareness campaigns) को कला का नया रंग मिल सके और साथ ही LGBTQIA + लोगों को आर्थिक आज़ादी (financial freedom) हासिल करने के अवसर भी.