सिंगापुर (Singapore) दुनिया के 20 सबसे छोटे देशों में से एक है. विश्व की सबसे मज़बूत अर्थ-व्यवस्थाओं में शुमार सिंगापुर एक बेहद स्वच्छ और ख़ूबसूरत देश है. यहां कई धर्मों, भाषाओं, और संस्कृति के लोग साथ मिलकर रहते हैं. दुनियाभर में स्वयं सहायता समूहों (Self Help Group) की संख्या बढ़ती जा रही है. सिंगापुर भी, इन समूहों से मिलने वाले फायदों को, लोगों तक पहुंचा रहा है. ख़ास बात यह है कि सिंगापुर के एथनिक स्वयं सहायता समूह (Ethnic Self Help Groups) न सिर्फ माइक्रो क्रेडिट देते हैं, बल्कि विभिन्न जाति, धर्मों, और देशों के लोगो को आपस में जोड़ने के लिए एक प्लेटफार्म देकर अनेकता में एकता लाने का काम भी करते हैं. ये SHG सेंटर्स सभी जातीय समूहों की सेवा के लिए, उनकी ज़रुरत के अनुसार कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जैसे छात्रों के लिए शैक्षिक कार्यक्रम, पेशेवरों के लिए पर्स्नालिटी डेवलपमेंट, और माता-पिता के लिए कार्यशालाएं.
चीनी विकास सहायता परिषद (Chinese Development Assistance Council- CDAC) जैसे एथनिक स्वयं सहायता समूह कम आय वाले परिवारों के लिए आर्थिक सहायता का एक अहम ज़रिया हैं, जो अपने लाभार्थियों के लिए उनकी ज़रूरतों के हिसाब से अपने प्रोग्राम को कस्टमाइज करता है ताकि उनकी आर्थिक ज़रूरतें आसानी से पूरी हो सकें. ये SHG अधिक समृद्ध सिंगापुरवासियों को अपने समुदायों के सदस्यों की सहायता करने का मौका देते हैं, जिससे समुदाय के सदस्यों के बीच की दूरी कम हो और आपस में बेहतर तालमेल स्थापित हो सके. इससे समुदाय में आत्मनिर्भरता और गर्व की भावना पैदा होती है.
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CDAC जैसे स्वयं सहायता समूह, करीब 18,000 परिवारों की सहायता कर रहे हैं. इनकी मदद से समुदायों के विकास की गति बढ़ती है, जो आगे चलकर देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाते हैं. CDAC कम आय वाले परिवारों को परामर्श सहायता, शिक्षण कार्यक्रम और वित्तीय सहायता प्रदान करता है. पिछले चार सालों में इससे जुड़कर लगभग 65 हज़ार परिवारों को फायदा मिला है. ट्यूशन प्रोग्राम ने 5,000 छात्रों को पढ़ाया और सिंगापुर फेडरेशन ऑफ चाइनीज क्लान एसोसिएशन के साथ 7,000 से ज़्यादा छात्रों को करीब $3 मिलियन की छात्रवृत्ति दी गई.
आज जहां दुनिया में जाति और धर्म के नाम पर इतना विवाद है, वहीं सिंगापुर के SHG देश की इस विविधता के ज़रिये समुदायों को सशक्त करने का काम बखूबी कर रहे हैं. दूसरे देश, सिंगापुर के इन SHG से सीख लेकर, समाज में स्थिरता लाने, आर्थिक आज़ादी को बढ़ावा देने, और समुदायों के बीच की दूरी को कम करने के लिए SHG को ज़रिया बना सकते हैं.