स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) की सफलताओं के साथ धोखाधड़ी के मामले भी सामने आ रहे हैं. केन्या के चमास (chamas) के नाम से मशहूर स्वयं सहायता समूह (SHG) के एक अधिकारी पर फाइनेंसर उवेन्ज़ो फंड (Uwenzo Fund) द्वारा समूह को ऋण के रूप में दिए गए Sh40 हज़ार की चोरी का आरोप लगाया गया है. नैरोबी (Nairobi) के जोगू रोड पर केसीबी शाखा में समूह के तीन सदस्यों को ले जाने के लिए सौंपी गई नकदी चुराने का आरोप लगने के बाद एवलीन मुसिंबी किलावुका पर मकादरा लॉ कोर्ट (Law Court) में मुकदमा चल रहा है.
किलावुका स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष हैं, जिन्होंने नकदी निकालने के बाद उसे चुराने के लिए अपनी साथी शीला बुलिमो की मदद ली थी. बुलिमो ने अदालत में अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया. दोनों पर समूह के सदस्यों के लिए रखी गई नकदी चुराने का आरोप है. उवेन्ज़ो फंड ने समूह को इस साल की शुरुआत में चेक से 1 लाख शिलिंग का ऋण दिया था और इसे केसीबी में समूह के खाते में जमा किया गया था, इससे पहले कि दोनों संदिग्धों ने नकदी निकाल ली और गायब हो गए.
समूह के सदस्यों ने पुलिस को मामले की सूचना दी और बुलिमो को गिरफ्तार कर लिया गया. उसने आरोपों से इनकार किया और जमानत पर रिहा हो गई. किलावुका ने मजिस्ट्रेट एन म्वांगी के सामने भी आरोपों से इनकार किया और एक वकील के ज़रिये अदालत को बताया कि उन्होंने समूह को कुल Sh15 हज़ार का भुगतान किया था और बाकी का भुगतान करने ही वाली थीं. उन्होंने यह कहकर बेल मांगी कि वो बेरोज़गार हैं और उन्हें अपने बच्चे को स्तनपान करवाना है. कोर्ट ने इस मामले में समूह सदस्यों को जांच का आश्वासन दिया.
इस तरह के मामले दुनियाभर में चल रही आर्थिक क्रांति (financial revolution) की मुहिम को धीमा कर देते हैं. न्याय व्यवस्था को चाहिए के आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही हो ताकि समूह का पैसा सुरक्षित रहे.