सरहद पर अपनी जान गावाने के लिए हमेशा तैयार रहते है वो, जो अपनी ज़िन्दगी देश के नाम कर चुके है. देश पर ज़िन्दगी न्यौछावर कर देने के सम्मान से बढ़कर और कुछ हो ही नहीं सकता. इसी गर्व को अपना बनाने के लिए पोनुंग डोमिंग अरुणाचल प्रदेश की पहली महिला बन चुकीं है जो कर्नल (Colonel) की पोस्ट संभालेंगी. कर्नल डोमिंग, जो 'कॉर्प्स ऑफ़ इंजीनेजर्स' के साथ हैं, लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश में लेह सेक्टर के 'बॉर्डर रोड टास्क फाॅर्स' (BRTF) की कमान संभालेंगी.
पोनुंग डोमिंग अरुणाचली महिलाओं के लिए सच में एक प्रेरणा बन चुकीं है. इनका जन्म अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी सियांग जिले के पासीघाट में हुआ. उन्होंने इलाहाबाद में अपनी सर्विस सिलेक्शन बोर्ड एक्ज़ाम को टॉप किया और 2008 में भारतीय सेना में शामिल हुईं. 13 साल तक भारतीय सेना में सेवा करने के बाद, उन्होंने कॉन्गो में भारत की International United Nations Peacekeeping Force का एक ज़रूरी हिस्सा रहीं, और अब लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में नियुक्त होने वाली पहली अरुणाचल महिला हैं. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्विटर पर खबर साझा की और लिखा- "हम सभी के लिए एक यह गर्व का क्षण मेजर पोनुंग डोमिंग ने इतिहास रचा. वह अरुणाचल की पहली महिला (SIC) सेना अधिकारी हैं जिन्हें इस पद पर पदोन्नत किया गया है. इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं!"
अपनी यात्रा और अपने संघर्ष के बारे में बात करते हुए, लेफ्टिनेंट कर्नल ने बताया- “हमारे अरुणाचल प्रदेश के युवाओं को मई कहना चाहूंगी कि, बड़े सपने देखें और उन्हें हासिल करने का साहस रखें." पोनुंग डोमिंग ने आज पुरे देश की महिलाओं का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. उन्होंने साबित कर दिया कि चाहे कुछ भी हो जाए महिला अगर ठान ले, तो उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है.