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Image Credits: Rural Voice
कहते है माँ के हाथ का खाना खाकर, कोई कभी बीमार नहीं पड़ता क्यूंकि उसमें स्वाद से साथ सेहत के गुण भी छुपे होते है. और जब एक माँ अपने गुण भरे खाद्य पदार्थों को लोगों तक पहुंचना शुरू कर दे, तो बात ही कुछ अलग होगी. बस इसी गुणकारी विरासत को आगे बढ़ाकर गरीब के परिवार में पोषण को पहुंचाने का फैसला किया है तेलंगाना के निजामाबाद की तोकला श्रीदेवी ने. इन्होंने अपनी माँ से सीखी हुई रेसिपीज़ जो millets से बनी है और शुगर फ्री भी है. तोकला श्रीदेवी के इस नुट्रिशन सप्लीमेंट (Nutrition Supplement) जो कि बाजरा, मक्का, और मोरिंगा की पत्तियों आदि का विशेष पोषण मिश्रण है.
एक entrepreneurship program के दौरान तेलंगाना स्टेट इनोवेशन सेल (TSIC) के एक अधिकारी ने उनकी बात सुनी और उसके उत्पाद से प्रभावित हुए. उन्होंने उसे मेंटरशिप और उद्योग से जुड़ने में मदद देने का वादा किया. TSIC सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग, तेलंगाना सरकार की एक पहल है. तेलंगाना में नवाचार की संस्कृति को तैयार करने और पोषण करने के लिए राज्य ने 2017 में TSIC की स्थापना की गई थी. तोकला श्रीदेवी ने शुरूआती समय में अपने क्षेत्र के फल-विक्रेताओं को पैकेट देना शुरू किये और उनसे इन्हें बाटने के लिए कहा.
उनके उत्पाद लोगों को बहुत पसंद आने लगे और इसके चलते इन उत्पादों पर एक वैज्ञानिक कि नज़र पड़ी. उसने अपने उत्पादों को और निखारा और 'समृद्धि' ब्रांड' अस्तित्व में आया. उनके उत्पाद आज बड़े पैमाने पर बनाना शुरू हो चुके है. रेंज में रागी, ज्वार, उड़द दाल आदि से बने मिश्रण भी हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि यह सब चीनी मुक्त हैं. उनके सारे प्रोडक्ट्स उन्होंने गर्भवती महिलाओं, बच्चों और विशेष आहार की जरूरत वाले लोगों के लिए बेहतरीन है. तोकला श्रीदेवी बताती है- "मैंने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए उद्यमिता कार्यक्रमों के माध्यम से खुद को प्रशिक्षित किया. मैं स्वयं सहायता समूहों (SHGs) का हिस्सा बनी और आज इन self help groups की कई महिला उद्यमियों को प्रशिक्षित कर रही हूं. मेरा उद्देश्य पैसा कमाना नहीं है, बल्कि सबको पोषण भरे उत्पाद बनाकर खिलाना है.” तोकला श्रीदेवी की यह विरासत पुरे देश में फैलाई जानी चाहिए, ताकि हर महिला और बच्चों को स्वस्थ रहने में आसानी हो.