भारत की G20 प्रेसीडेंसी के कारण देश ने तेजी से बदलाव की ओर कदम बढ़ाए है. इस समिट में होने वाली मीटिंग्स का प्रमुख केंद्र वित्तीय मुद्दों पर उठने वाली समस्याओं के बारे में समाधान खोजना होता है. भारत ने महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा नयी परियोजनाओं और कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया है.
इसी कड़ी को आगे बढ़ते हुए पटना में G20 बैठकें महिलाओं के भविष्य और टेक-इंटेंसिव कार्य वातावरण में महिला कार्यबल के कौशल विकास जैसे विषयों पर होने की उम्मीद है. बिहार सरकार यहां होने वाले G-20 कार्यक्रमों के दौरान कई अन्य सामाजिक-आर्थिक कार्यक्रमों में ग्रामीण महिला उद्यमियों के साथ ग्रामीण आजीविका कार्यक्रम 'जीविका' की सफलता को उजागर करेगी. 22 और 23 जून को G-20 कार्यक्रमों के दौरान बिहार सरकार राज्य की रिच कल्चरल हेरिटेज के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के विकास को प्रदर्शित करेगी.
राज्य सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों से ग्रामीण महिलाएं बिहार में बिज़नेस तैयार करने के लिए कैसे अपनी सारी परेशानियों से लड़कर आगे बढ़ रही है, इस मीटिंग में सरकार का केंद्र यही रहेगा. G20 प्रतिनिधियों, कला और संस्कृति विभाग सचिव बंदना के सामने प्रेयशी ने कहा- "बिहार में JEEVIKA एक क्रांति बन गई है और ग्रामीण महिलाओं और उनके परिवारों के जीवन को बदल दिया है." विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की सफलता की कहानियां, राज्य की सॉफ्ट पावर और इसके विविध इतिहास को भी जी-20 कार्यक्रमों के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रदर्शनियों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा.
बिहार की महिलाओं की कम से कम पांच सफलता की कहानियां, एक पितृसत्तात्मक समाज में उनके संघर्ष और कैसे उन्होंने जीविका सहित राज्य सरकार की कई पहलों के समर्थन से अन्य महिलाओं के जीवन को बदलने में मदद की है, इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रदर्शनों के माध्यम से प्रकाश डाला जाएगा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पास्ट में कई मौकों पर परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार की ग्रामीण आजीविका परियोजना के तहत जीविका से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की है.
राज्य में Self Help Group (SHG) की महिलाओं 'जीविका' दीदियों की संख्या बढ़कर 1.30 करोड़ हो गई है. वे शानदार काम कर रहे हैं और इस मॉडल (बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना) ने बड़े पैमाने पर महिला सशक्तिकरण सुनिश्चित किया है. उनके काम को दुनिया के विभिन्न हिस्सों से सराहना मिल रही है. स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं बिहार में तेजी सेआगे बढ़ रही है. G20 की होने वाली मीटिंग में उनकी कहानियाँ को पूरी दुनिया में सुना जाएगा. यह पहल महिलाओं के संघर्षों के लिए बहुत ख़ुशी की बात है.