हाल ही में G20 की तीसरी डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक गोवा में पूरी हुई. इसमें “महिला और अर्थव्यवस्था: उभरते हुए क्षेत्र और काम का भविष्य” विषय पर ज़्यादा बातचीत की गयी. इस विकास कार्य समूह की बैठक का आयोजन G20 सचिवालय द्वारा Observer Research Foundation (ORF) के सहयोग से किया गया. यह कार्यक्रम ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास’ विषय पर एक आकर्षक और गंभीर उप-कार्यक्रम से शुरू हुआ. उप-कार्यक्रम की शुरुआत समीर सरन के उद्घाटन भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने न केवल महिलाओं के अधिक समावेश और सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल दिया, बल्कि आने वाले दशकों में नए नेतृत्व पर भी बात की. इस बैठक के दौरान UN की former president Maria Fernanda Espinosa Garces ने कहा- "महिलाओं के विकास से जुड़े विकास नैरेटिव्ज़ का महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर गहरा असर होता है."
इस बैठक में 5 मुद्दों पर बात 5 हुई, जिनमें लैंगिक डिजिटल अंतर को समाप्त करना, Science, technology, engineering, and mathematics (STEM) क्षेत्रों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देना, Literacy Rate के अंतर को समाप्त करना, महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करना और राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी शामिल है. बजट 2023 ने महिला सशक्तिकरण की प्रक्रिया को भी काफी बढ़ावा दिया है. उदाहरण के लिए 'दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन' ने ग्रामीण महिलाओं को 81 लाख स्वयं सहायता समूहों (SHG) में संगठित करके उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. यह बैठक देश की महिलाओं के लिए एक बहुत बड़ा कदम साबित होगी. Self help groups की महिलाओं के लिए यह अब आजीविका तैयार करना और भी आसान हो जाएगा . वे अपने जीवन को बिना परेशानियों के परवर्तित कर सकतीं हैं.