भारत का ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट (E- Commerce Marketplace Flipkart) लोकल कलाकारों को देश विदेश में पहुंच दे रहा है. फ्लिपकार्ट ने नागपुर, महाराष्ट्र में फ्लिपकार्ट समर्थ पार्टनर सिंपली देसी (Simplydesi) के साथ मिलकर एक ओरिएंटेशन वर्कशॉप (Orientation workshop) का आयोजन किया. इस कार्यशाला का लक्ष्य स्थानीय कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups-SHG) को कौशल विकास के बारे में बताना और ज्ञान साझा करना था, जो उन्हें अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस का फायदा उठाने में सक्षम बनाएगा. इस कार्यक्रम में मधुबाला, सह-संस्थापक, सिंपलीदेसी, श्री दीनानाथ ठाकुर, अध्यक्ष, सहरकर भारती, श्री स्वप्निल जोशी, टेलीविजन कलाकार और श्री रजनीश कुमार, एसवीपी और चीफ कॉर्पोरेट ऑफिसर, फ्लिपकार्ट मौजूद रहे.
फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस के फायदें बताने के साथ, वर्कशॉप में कई अहम पहलुओं को शामिल किया गया, जिसमें प्रोडक्ट लिस्टिंग और प्रभावी ढंग से ऑनलाइन बिज़नेस करने के तरीकों पर बात हुई. वर्कशॉप में 1000 से ज़्यादा ग्रामीण महिला कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लिया. आज तक, फ्लिपकार्ट ने राज्य के 50,000 से अधिक विक्रेताओं और फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम के तहत 100 से ज़्यादा विक्रेताओं को ट्रेनिंग (training) दी है. उन्हें नेशनल मार्केट तक पहुंच दी है, जिसमें राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (National Urban Livelihood Mission) से जुड़े कारीगर और गैर सरकारी संगठन शामिल थे. इस पहल से लोकल कारीगरों और ग्रामीण महिलाओं के नेतृत्व वाले बिज़नेस (business) को मदद मिली है, जो अपने व्यवसायों की पहुंच बढ़ाने के लिए ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस का लाभ लेना चाहते थे.
फ्लिपकार्ट समर्थ का उद्देश्य 28 राज्यों में लाखों कारीगरों, बुनकरों और छोटे व्यपारियों को सशक्त बनाने और उन्हें आर्थिक आज़ादी (financial freedom) हासिल करने के अवसर प्रदान करना है. यह प्रोजेक्ट समाज के वंचित वर्गों और सहायक संगठनों की मदद करने के लिए काम करता है. 2019 में लॉन्च होने के बाद से, फ्लिपकार्ट समर्थ ने लाखों उद्यमियों के लिए भारतीय बाजार में पहुंचाया है. आज यह कार्यक्रम देश भर में 15 लाख से ज़्यादा लोगों को रोज़गार दे रहा है. समर्थ ने अकेले पिछले वर्ष की तुलना में अपने विक्रेता संख्या को 300% बढ़ाया है और समर्थ लाभार्थियों को अपने व्यवसाय को 300% तक बढ़ाने में मदद की है.
यह पूरे भारत में राज्य और केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं जैसे ग्रामीण विकास मंत्रालय; एमएसएमई (MSME) उत्तर प्रदेश विभाग; उद्योग विभाग झारखंड, उत्तराखंड; वाणिज्य विभाग, असम का उद्योग; तमिलनाडु एमएसएमई विभाग; और जम्मू और कश्मीर व्यापार संवर्धन संगठन के साथ मिलकर काम कर रहा है. अधिक एमएसएमई को ई-कॉमर्स के दायरे में लाने वाली फ्लिपकार्ट की लगातार कोशिशों को भारत सरकार के "आत्मनिर्भर भारत" (Atmanirbhar BHarat) विजन के साथ जोड़ा गया है. फ्लिपकार्ट का उद्देश्य अपने प्लेटफॉर्म पर देश भर में 450 मिलियन से अधिक ग्राहकों तक पहुंच प्रदान करके स्थानीय विक्रेता समुदायों की आजीविका को बढ़ाना है.
इंटरनेट (Internet) के इस दौर में यदि ई-कॉमर्स को नहीं समझा और इसे इस्तेमाल न किया गया तो विकास नामुमकिन हो जाता है. और भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को लोकल आर्टिस्ट, छोटे व्यपारियों, और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए आगे आना होगा. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ट्रेनिंग देकर प्रोडक्ट बनाने, मैनेजमेंट करने, लोजिस्टिक्स संभालने, और सामान को ग्राहक तक पहुंचाने में भी मदद मिल सकती है.