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स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं कितनी परेशानियों से लड़कर एक स्वयं सहायता समूह की शुरुआत करती है, यह सोच कर की अब उनकी समस्याएं ख़त्म हो जाएंगी. मिलकर छोटी सी रकम के साथ अपने काम को शुरू करती है ताकि अपने परिवार ओर बच्चों को एक अच्छी ज़िन्दगी दे पाए. लेकिन कुछ लोगो को इन मासूम महिलाओं की भी ख़ुशी को नज़र लगाने में ना जाने कौनसी ख़ुशी मिलती है. हाल ही में धमतरी जिले के एक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ आजीविका गतिविधि संचालन के नाम पर 25 लाख की ठगी करने का मामला सामने आया. जनपद पंचायत सीईओ की शिकायत पर मगरलोड पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
आरोपी भूपन्द्र सेन संचालक बिहान बाजार कुरूद एवं गणेश यादव ने आजीविका गतिविधि संचालन के लिए दोना पत्तल, चप्पल, हल्दी मिर्ची पिसाई, गमला बनाने मशीन ई-रिक्सा एवं अन्य मशीन और कच्चा माल देने का झांसा देकर बहुत सी महिला स्वयं सहायता समूहों से करीब 25 लाख 30 हजार रुपये ऐंठ लिए. रकम लेने के बाद भी आरोपी द्वारा अभी तक मशीन और कच्चा माल नहीं दिया और ना ही लिए गए रकम को वापस किया गया.महिलाओं की शिकायत क के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. स्वयं सहायता समूह की महिलें ना जाने कितनी तकलीफें आए दिन झेलती है. ऐसे में उनके साथ इस तरीके का धोखा करना कितना सही है ?