विज्ञान, एक ऐसा सब्जेक्ट जिसे आज भी सबसे मुश्किल विषयों में से एक माना जाता है. हम भूल जाते है कि दुनिया भर के मीम्स, जोक्स, ख़बरों से घिरे रहने वाले इस सब्जेक्ट में इतनी रिसर्च और बढ़त के कारन ही आज हम इस जगह है. ऐसे बहुत से वैज्ञानिक और शोधकर्ता हुए जिनके काम पूरी दुनिया में आज नाम कमा रहे है. गूगल ने भी एक ऐसी ही महिला जिनकी 112 वी जयंती थी अपने गूगल डूडल पर शेयर किया. यह कोई आम महिला नहीं है, क्यूंकि इन्होने उस ज़माने में साइंस में पीएचडी कि थी, जब औरतों को सिर्फ घर और रसोई सँभालने का काम कराया जाता था. Google डूडल में कमला सोहोनी को फीचर किया गया. उनके ब्रांड 'नीरा' पर कंटीन्यूअस काम को दर्शाया गया इस डूडल में. यह ब्रांड ताड़ के पेड़ के नेक्टर से बने ड्रिंक का है जिसमें भारी मात्रा में विटामिन C पाया जाता है.
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कमला सोहनी उस समय के दौरान वैज्ञानिक क्षेत्र में पीएचडी हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला थीं. बाधाओं को तोड़कर और संदेह करने वालों को गलत साबित करके, डॉ सोहोनी ने न केवल बायोकेमिस्ट्री के अपने क्षेत्र में काम किया बल्कि भविष्य की भारतीय महिलाओं के लिए जेंडर बायस को दूर करने और अपने सपनों का पीछा करने के लिए एक रास्ता बनाने में मदद की. गूगल ने डूडल के जरिए भारतीय बायोकेमिस्ट डॉ कमला सोहोनी को उनके 112वें जन्मदिन पर श्रद्धांजलि दी है.
Google डूडल ने भारतीय वैज्ञानिक कमला सोहोनी को उनके 112वें जन्मदिन पर एक रंगीन एनिमेटेड चित्रण के रूप में दिखाया है, जिसमें विज्ञान के क्षेत्र में उनके कार्यों को दर्शाने के लिए माइक्रोस्कोप, वैज्ञानिक स्लाइड और उनके आसपास के पौधों के चित्र हैं. कमला ने जिस तरह से उस वक़्त समाज कि बेड़ियां तोड़ी थी, आज की महिला भी कुछ इसी तरह अपने अस्तित्व को एस्टब्लिश करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. चाहे Self Help Group से जुड़ी महिलाएं हो या किसी कॉर्पोरेट फर्म में काम करने वाली महिला, वह किसी से कम नहीं है. हर क्षेत्र में आगे बढ़ कर महिलाएं समाज में अपनी अलग जगह तैयार कर रही है.