देश के महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) इतना सराहनीय काम कार रहे हैं कि प्रदेश की सकरार उनकी तारीफ करते नहीं थकती. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कुरुक्षेत्र के गांव बराना के SHGs से चर्चा कर उनकी जमकर सराहना की. हरियाणा के गांव बारना ने Self Help Groups की ओर से रोजगार के अनेक अवसर तैयार कर स्वरोजगार की एक नयी परिभाषा लिखी हैं. वर्तमान में इस गांव में करीब 30 स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं. यही नहीं करीब 20 स्वयं सहायता समूह के पास लगभग 20 लाख रुपये बचत राशि के रूप में बैंक खातों में पड़े हैं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ज्योति महिला स्वयं सहायता समूह को 50 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित व प्रोत्साहित किया.
गांव की एक SHG चलाने वाली सुमन ने बताया- "गांव में स्वयं सहायता समूह स्वरोजगार के माध्यम से अपने परिवार का पालन पोषण तो कर ही रहे हैं, साथ ही साथ अपने आर्थिक जीवन को भी बेहतर बना रहे हैं." स्वयं सहायता समूह अपने कोष के पैसे से ग्रामीण आधारित सूक्ष्म या लघु उद्योग की शुरुआत भी करते हैं जिससे रोजगार के नये अवसर सृजित होते हैं. उन्होंने बताया- "हमने स्वयं सहायता समूह बनाकर दूध बेचने का शुरू काम किया, जिससे काफी मुनाफा हुआ. इसी के माध्यम से हमने अपने पति के लिए माल ढोने वाली गाड़ी भी ली है." महिलाओं और उनके परिवार के सदस्यों ने गांव में ब्यूटी पार्लर, बुटीक, कपड़े की दुकान, दूध की डेयरी, बिस्तर, बर्तन की दुकान, खल की दुकान इत्यादि का काम किया है. हरियाणा के SHGs से पुरे देश की महिलाओं को प्रेरित होना चाहिए. हरियाणा के मुख्यमंत्री की ओर से इतनी सराहना मिलने पर इन महिलाओं में काम करने का नया जोश आएगा. हरयाणा सरकार की तरह से उठाया गया यह कदम बहुत ही सराहनीय हैं.