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अमरनाथ (Amarnah) गुफा में स्थित शिवलिंग (Shivling) के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) की शुरुआत हो चुकी है. ये प्रमुख यात्राओं में से एक है. हर साल जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में हज़ारों श्रद्धालू आते हैं. जम्मू कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन (JKRLM) ने अमरनाथ यात्रा को ध्यान में रखते हुए, तीर्थयात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए, मार्ग पर स्टॉल (Stall) लगवाए हैं. मिशन निदेशक (Mission Director) इंदु कंवल चिब ने हाल ही में व्यवस्थाओं को देखने और स्वयं सहायता समूहों (SHG) द्वारा लगाई गई स्टालों का निरीक्षण करने के लिए स्थलों का दौरा किया.
निरीक्षण के दौरान, मिशन निदेशक ने साफ़-सफाई और प्रबंधन का निरीक्षण किया. स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं के अनुभवों और चुनौतियों को समझने के लिए उनसे बातचीत की. SHG द्वारा कई तरह हैंडमेड उत्पादों की भी स्टॉल लगाई गईं, जिसमें ऊनी कपड़े, शॉल, हस्तशिल्प, हैंडलूम, केसर, सूखी सब्जियां, फल, बादाम और अखरोट जैसे सूखे फल बेचे जा रहे हैं. ये उत्पाद यात्रा ख़त्म होने तक बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे.
पिछले साल, अमरनाथ यात्रा 2022 के दौरान, JKRLM ने पहली बार SHG सदस्यों के स्टॉल संचालित किए थे, जिसमें जम्मू और कश्मीर के 9 जिलों में 27 स्टॉल लगे थे. 151 स्वयं सहायता समूहों के कुल 447 SHG सदस्यों की 28,45,501 रुपये की आमदनी हुई थी.
SHG द्वारा लगाए गए स्टॉल ज़रूरी सेवाएं और सुविधाएं दे कर श्रद्धालुओं के लिए तीर्थयात्रा को आरामदायक और सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इन स्टॉलों के ज़रिये SHG महिलाओं को रोज़गार भी मिला है.