भारतीय मूल की ब्रिटिश अभिनेत्री मीरा स्याल (Meera Syal) को बाफ्टा (ब्रिटिश एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन आर्ट्स) फेलोशिप (fellowship) से सम्मानित किया गया. अभिनेत्री और लेखिका मीरा स्याल जानी-मानी ब्रिटिश-भारतीय अभिनेत्री हैं. ब्रिटेन में यह सम्मान किसी व्यक्ति को फिल्म, खेल या टेलीविजन के क्षेत्र में सर्वोच्च योगदान देने पर दिया जाता है. मीरा को यह फेलोशिप लंदन के रॉयल फेस्टिवल हॉल में बाफ्टा (British Academy of Film & Television Arts-BAFTA) टेलीविज़न अवार्ड्स समारोह के दौरान दी गई. जब मीरा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड (Lifetime Achievemnt Award) से सम्मानित किया गया, तो उन्होंने बाफ्टा अवार्ड पर अपनी बिंदी निकालकर लगाई और कहा कि ये बदलाव को प्रदर्शित करता है.
सम्मानित होने के बाद उन्होंने कहा, "मैं बाफ्टा फेलोशिप को लेकर बहुत खुश और रोमांचित हूं. मुझे इस बात की काफी खुशी है कि इस साल के अवॉर्ड समारोह में बाफ्टा के लर्निंग प्रोग्राम में प्रतिभागियों को सलाह देने और उन्हें सहयोग करने का अवसर भी जोड़ा है. मैं उम्मीद करती हूं कि यहां मुझे कई प्रतिभाशाली प्रतिभागियों से जुड़ने का मौका मिलेगा."
एक्ट्रेस ने सालों में एक कलाकार, स्क्रिप्ट राइटर और लेखक के रूप में अपनी पहचान बनाई है. मीरा को 'गुडनेस ग्रेशियस मी' और 'द कुमार्स एट न. 42' में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है. 61 साल की मीरा पंजाबी परिवार में जन्मी थी. उनकी परवरिश इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स में हुई. उन्हें BAFTA से पहले नाटक और साहित्य में उनके योगदान के लिए कई अवार्ड्स मिल चुके हैं. पर्दे पर कई दमदार रोल निभाने वाली मीरा जल्द ही 'द व्हील ऑफ टाइम' और 'मिसेज सिद्धू इन्वेस्टिगेट्स' नाम की दो सीरीज में दिखाई देंगी. अपने चार दशक के करियर में, मीरा कई आर्टिस्टिक शैलियों में यूके की क्रिएटिव आर्ट्स में अपनी आवाज दे चुकी है.