अब भारतीय सेना बनेगी 'MILLET'RY

G20 प्रेसीडेंसी मिलने के बाद जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के साथ  '2023' को 'इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट' घोषित किया.भारतीय सेना अब अपने जवानो को दिए जाने वाले राशन में मिलेट्स को शामिल करने वाली है.

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millet reintroduced in indian army

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हमारी सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है. इस ताक़त को बनाये रखने के लिए हौसला, ज़ज़्बा, देशभक्ति के साथ सही डाइट भी ज़रूरी है.देश की रक्षा के लिए जवान सरहदों से लेकर देश के इंटीरियर इलाकों तक मुस्तैदी से खड़े रहते है.क्युकि सैनिक एक ही जगह और इलाके में कई दिनों के लिए रहते है, उनके खाने-पीने का इंतज़ाम भी उचित होना चाहिए.

इसी की पहल भारतीय सेना ने मिलेटस के साथ करी.वैसे भी G20 प्रेसीडेंसी मिलने के बाद जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के साथ  '2023' को  'इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट' घोषित किया.उससे भारत का प्राचीन अनाज 'मिलेट्स' या 'मोटे आनाज', दोबारा दुनिया के सामने हाईलाइट हुआ और खान पान का हिस्सा बनाने का मौका मिला.भारतीय सेना अब अपने जवानो को दिए जाने वाले राशन में मिलेट्स को शामिल करने वाली है.गेहूं को बढ़ावा देते हुए कुछ 50 साल पहले मिलेट्स को सेना के राशन से हटा से दिया गया था, लेकिन अब दोबारा हमारी सेना मिलेट्स को अपनी थाली में लाएगी.इसी के साथ मिलेट्स के महत्त्व को समझाने के लिए सेना शैक्षिक संस्थानों में भी 'नो योर मिलेट' नाम का जागरूकता कैंपेन चलाया जायेगा. 

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सैनिकों को दिया जाने वाला भोजन ऊर्जा से भरपूर और प्रोटीन से युक्त होना चाहिए.यहां मिलेट्स बखूबी फिट बैठता है.मिलेट वैसे भी बहुत ही पोषक आनाज है जो कि हर जवान के लिए फायदेमंद साबित होगा.सेना ने जानकारी दी की उत्तरी सीमाओं पर तैनात सैनिकों के लिए गरम बाजरा आइटम और स्नैक्स पर विशेष जोर दिया जायेगा.बाजरा वैसे भी उच्च पोषण के साथ भारत की सबसे पुरानी फसलों में से एक है.बाजरा इसीलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इस से छोटे किसानों को सशक्त बनने में मदद मिलेगी.

सेना द्वारा मिलेट को बढ़ावा देने से इसकी नयी प्रजातियां सामने आ सकती है और फसल की गुणवत्ता भी बढ़ेगी.मिलेटस वैसे भी जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने के साथ ज्यादातर लोकल मौसम के अनुरूप बढ़ जाते है.जैव विविधता (बायो डिवर्सिटी) को बढ़ावा देने में भी मिलेट्स बड़ी भूमिका निभा सकते है.मिलेटस कृषि खाद्य प्रणालियों को बदलने के SHG महिलाओं के सामूहिक प्रयासों में योगदान कर सकते हैं.

2023-24 के वित्तीय वर्ष से ही मिलेट्स भारतीय सेना की थाली में सजा हुआ मिलेगा.सेना के इस पहल के साथ है रविवार विचार. यह एक शुरुआत है मिलेट को देश दुनिया तक पहुंचने की और साथ ही इस मोठे अनाज के साथ काम कर रही SHG महिलाओं के विकास की.

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