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Image Credits: The Statesman
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भारत की सरकार 'स्वस्थ भारत, स्वावलंबी भारत' की दिशा में आगे बढ़ने के लिए बहुत सी पहल करती रहती है. इसी दिशा की और एक कदम उठाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, जब उनके नेतृत्व में UN ने 2023 को 'अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष' घोषित करा. इसी बात को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) कर्मियों के भोजन में मिलेट (श्री अन्न) को शामिल करने का फैसला किया. कुछ समय पहले देश के जवानों की डाइट में भी मिलेट शामिल किया गया था. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के आह्वान पर सभी बलों के साथ चर्चा के बाद केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के भोजन में 30% मिलेट (श्री अन्न) शामिल किया गया.
Millets स्वास्थ्य के लिए अच्छे, किसानों के लिए फायदेमंद और पर्यावरण के अनुकूल माने जाते है. यह ऊर्जा से भरपूर, ड्रॉट रेज़ीस्तेंट, सुखी मिट्टी और पहाड़ी इलाकों में भी आसानी से उगाई जा सकने वाली, और यह कीट आदि के प्रकोप से भी तुलनात्मक रूप से सुरक्षित है. मिलेट, प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत, ग्लूटेन मुक्त, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) और डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस आदि सहित सूक्ष्म पोषक तत्वों और फाइटो-केमिकल्स से भरपूर होता है जिससे यह सुरक्षा बल कर्मियों के लिए समग्र पौष्टिक आहार का काम करता है. श्री अन्न के उपयोग के लिए बलों के कर्मियों और उनके परिवार के बीच जागरूकता पैदा करने के लिये आहार विशेषज्ञों और विशेषज्ञ एजेंसियों की सेवाओं का उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा, 'अपने श्री अन्न को जानें' विषय पर जागरूकता के लिये विभिन्न कार्यक्रम, प्रदर्शनियां, सेमिनार, वेबिनार, कार्यशालाएं और संगोष्ठियों का आयोजन भी किया जायेगा. सरकार के द्वारा लिया गया यह फैसला देश और स्वयं सहायता समूह के पक्ष में बहुत काम आएगा. देश में कई self help group है जो मिलेट्स से अपना रोज़गार चला रहे है. इन समूहों को अपने रोज़गार को बढ़ाने के लिए इस पहल से बहुत फायदा होगा.