New Update
/ravivar-vichar/media/media_files/yqbAKtuG0t6LI7r4kTod.jpg)
Image credits: PIB
Image credits: PIB
देश में महिला सुरक्षा आज एक बहुत बड़ा मुद्दा बन चुका है, जिसे हमारी देश की सरकार धीरे धीरे ही सही लेकिन समझ रही है. देश में बदलाव देखने को मिल रहा है, लेकिन अभी थोड़ी और कस्र बाकी है, जिसे हमारे प्रधानमंत्री और महिला और बाल कल्याण मंत्री एक साथ पूरा कर रहे है.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमडब्ल्यूसीडी) ने हाल ही में ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) और पंचायती राज मंत्रालय (एमओपीआर) के सहयोग से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. उन्होंने दो राष्ट्रीय स्तर के वेबिनार लॉन्च किए हैं, जिनमें से पहला वेबिनार 21 जून को आयोजित किया गया.
इस वेबिनार का मुख्य उद्देश्य हाल ही में अधिनियमित आपराधिक कानूनों "भारतीय न्याय संहिता", "भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता" और "भारतीय साक्ष्य अधिनियम" के प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा करना था.
इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, कल्याण एवं संरक्षा से संबंधित नए कानूनों के प्रावधानों पर जागरूकता बढ़ाना है. इन वेबिनारों में महिलाओं एवं बच्चों के लिए नए कानूनों के सकारात्मक प्रभावों की गहराई से जांच की गई.
पहले वेबिनार में एमडब्ल्यूसीडी, एमओपीआर और एमओआरडी के सचिवों द्वारा उद्घाटन भाषण दिया गया. इसके बाद पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) के विशेषज्ञों ने नए कानूनों के प्रमुख प्रावधानों को रेखांकित करते हुए व्यापक सत्र आयोजित किए. एमडब्ल्यूसीडी के विशेषज्ञों ने महिलाओं और बच्चों के लिए इन कानूनों के प्रभाव को गहराई से समझाया.
इस आयोजन में देश भर के लगभग 40 लाख हितधारकों की भारी भागीदारी देखी गई. इनमें पंचायती राज संस्थानों की निर्वाचित महिला प्रतिनिधि, महिला स्वयं सहायता समूह और एमडब्ल्यूसीडी, एमओआरडी और एमओपीआर के विविध हितधारक शामिल थे. यह दिखाता है कि देश भर में लोग इस महत्वपूर्ण पहल के प्रति कितने जागरूक और संवेदनशील हैं.
इसी श्रृंखला में अगला वेबिनार अंग्रेजी में आज आयोजित किया जाएगा. इसका उद्देश्य समाज के व्यापक वर्गों में और अधिक प्रसार और जुड़ाव सुनिश्चित करना है. इन सुधारात्मक कानूनों को पारित करना भारत में महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने के लिए कानूनी ढांचे को मजबूत करने के प्रधानमंत्री के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है.
यह वेबिनार महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है. इसमें भाग लेने वाले लाखों लोगों ने इस पहल को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है. इस प्रकार की पहलें न केवल जागरूकता बढ़ाती हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी मदद करती हैं.