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महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में "संकल्प: महिला सशक्तिकरण केन्द्र - 100 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान का शुभारंभ" के तहत एक राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने की, साथ ही सचिव श्री अनिल मलिक भी मौजूद थे.
यह कार्यशाला महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित राष्ट्रव्यापी 100-दिवसीय जागरूकता अभियान की शुरुआत का प्रतीक है, जो 21 जून से 4 अक्टूबर 2024 तक चलेगा. इस अभियान का उद्देश्य देश भर में नामांकन अभियान और शैक्षिक सत्रों को शामिल करते हुए महिला सशक्तिकरण पर जागरूकता और पहुंच को बढ़ाना है.
उद्घाटन के दौरान, राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, पोषण अभियान, दीन दयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) जैसी विभिन्न योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व पर प्रकाश डाला. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री अनिल मलिक ने अभियान की शुरुआत की और राष्ट्रीय परिकल्पना के अनुरूप महिला-नेतृत्व वाले विकास को आगे बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया.
एक दिवसीय कार्यशाला में संकल्प: एचईडब्ल्यू के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के लिए कानूनी प्रावधानों, संचार रणनीतियों और परामर्श तकनीकों पर सत्र आयोजित किए गए, जो पूरे भारत में 693 जिलों में संचालित हैं. इन पहलों का उद्देश्य सेवाओं की अंतिम छोर तक डिलीवरी सुनिश्चित करना और विकास योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है.
इस 100-दिवसीय अभियान के माध्यम से मंत्रालय शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और सामाजिक सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है. यह अभियान विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के जीवन में सुधार लाने के लिए समर्पित है.
इस प्रकार, "संकल्प: महिला सशक्तिकरण केन्द्र" का यह अभियान महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए आवश्यक संसाधन और समर्थन प्रदान करेगा.