पिछले दो दिन से बुरहानपुर जिले के बीहड़ गांव खातला की रहने वाली मंजू बाई अपनी साथियों के साथ फुले नहीं समा रही. मंजू बाई कहती हैं -" हम पानी की बूंद-बूंद इकठ्ठा करने के लिए जद्दोजहद करते थे. समूह में महिलाएं एक साथ जुटी और और हर घर की प्यास बुझा दी. इस प्रबंधन को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को मिसाल बताया.मैं बहुत खुश हूं. " एक दिन पहले पीएम मोदी के ट्वीट ने गांव और इन ग्रामीण महिलाओं को सुर्ख़ियों में ला दिया. कुछ दिन पहले ही हमने मप्र के उत्तर पश्चिम छोर पर बसे नीमच के धनेरिया कलां गांव की महिलाओं और उनके जल प्रबंधन की स्टोरी को बताया था. अब प्रदेश के दक्षिण पश्चिम छोर के बीहड़ गांव खातला (खड़की) चलते हैं. इन जांबाज़ महिलाओं के काम पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की नज़र पड़ गई. फिर क्या था, मोदी ने अपने अंदाज़ में इस गांव और महिलाओं के काम की सराहना की.जल शक्ति मंत्रालय के मंत्री प्रह्लाद पटेल के ट्वीट को पीएम मोदी ने रीट्वीट कर इसे और चर्चा में ला दिया.
बुरहानपुर में नारी शक्ति का यह प्रयास देशभर के लिए एक मिसाल है। https://t.co/MWGGoOZTbc
— Narendra Modi (@narendramodi) March 5, 2023
बुरहानपुर से लगभग सौ किमी दूर गांव खातला की कोई साढ़े तीन सौ -चार सौ की आबादी और करीब सवा सौ घर. मंजू बाई कहती हैं -" मेरे गांव की महिलाएं रोज ज़िंदगी की कठिन परीक्षा से गुजरती . पीने के पानी के लिए गांव में सिर्फ एक कुआं. प्यास बुझने का नाम नहीं लेती. महिलाएं दूर -दूर खेत से पानी लात. सूरज माथे पर चढ़ जाता. बच्चे रोज स्कूल जाने में लेट हो जाते. मजदूरी के लिए लेट जाने पर उधर मजदूरी के पैसे काट लिए जाते."
फोटो क्रेडिट : समीर महाजन ,बुरहानपुर
ग्रामीण विशेष कर महिलाएं रोज ही परेशानियों से जूझते. जिला पंचायत ने हमें नई राह दिखाई.कल्याणी स्वसहायता समूह बनाया. 15 महिलाओं ने नल-जल योजना की कमान संभाली. देखते ही देखते समूह ने एक लाख 60 हजार रुपए इकट्ठे कर लिए.अब यह गांव "पानीदार" हो गया. मंजू आगे बताती है -" पानी समय पर मिलने से पूरे दिन के काम ठीक हो गए. समूह सदस्यों को स्कूल में खाना बनाने का काम भी मिल गया. जो एक और जरिया कमाई का है. "
फोटो क्रेडिट : समीर महाजन ,बुरहानपुर
आजीविका मिशन की परियोजना प्रबंधक कृष्णा रावत कहती हैं -" जिले में महिला समूह लगातार तैयार किए जा रहे हैं. रोजगार के नए रस्ते खुल रहे हैं. "कलेक्टर भव्या मित्तल कहती हैं -" जिले की जनजातीय महिलाओं ने साबित कर दिया कि अवसर मिले तो वे किसी भी गांव कि तक़दीर बदल सकती है. ऐसे दूसरे समूह को भी रोजगार दिलवाने के लिए ट्रेनिंग लगातार दिलवाई जा रही है. पीएम मोदी कि सराहना से जिले कि समूह से जुडी महिलाओं का हौसला बढ़ा है. "
फोटो क्रेडिट : समीर महाजन ,बुरहानपुर
क्षेत्रीय सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे. वे कहते हैं -" स्वच्छ सुजल मिशन के काम पर जिले में मुहर लग गई. मंत्रालय और प्रधान मंत्री मोदी सराहना कर हमारे निमाड़ की शान बढ़ा दी. "