देश में आज भी कितने परिवार ऐसे है जो अपनी हर ज़िन्दगी दिहाड़ी- मजदूरी पर चला रहे है. यह परिवार देश में हर राज्य में मिल जाएंगे. अच्छा खाना और रहन सहन तो दूर की बात, इनके परिवार दो वक़्त की रोटी के लिए दुआ मांगते है. झारखंड राज्य में भी ऐसे ही परिवार है जो आजीविका चलने के लिए कड़ी मेहनत कर रहें हैं. राजधानी रांची से करीब 90 किलोमीटर दूर दामोदर पहाड़ियाटोली में रहने वाले आदिम जनजाति परिवार की हालत भी तीन साल पहले तक इसी तरह की थी. आसपास में किसी तरह का रोजगार नहीं मिलने के कारण परिवारों को मजदूरी करने के लिए त्रिपुरा जाना पड़ता था. वापस लौटकर भी इनके पास ज़्यादा पैसे नहीं बचते थे. 6 महीने के लिए ना काम, ना ही पैसा. ज़िन्दगी काटना मुश्किल हो रहा था. इन परिवारों के जीवन में थोड़ी राहत तब आई, जब गैर सरकारी संगठन ‘द नज इंस्टीट्यूट’ ने इस गांव में रहने वाले 11 अति पिछड़े गरीब परिवारों के जीवन में बदलाव लाने की दिशा में पहल की. संस्था की ओर से तीन साल में इन अति गरीब परिवारों की आर्थिक-सामाजिक विकास में जो कार्य किए गए, उससे इन परिवारों के जीवन में अब बड़ा बदलाव आ गया है.
सामाजिक विकास में संस्था के Community Development Officer Satyendra Ram (CDO) की भी बड़ी भूमिका रही. प्रारंभ में जब ये गांव में जाकर महिलाओं को संस्था की ओर से सहयोग का भरोसा दिलाते थे तब महिलाओं आशंका जताती थी. CDO सत्येंद्र राम का कहना है- "ग्रामाण महिलाओं के विकास के लिए हमें कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. हर सप्ताह हम गांव पहुंच जाते थे और महिलाओं से संपर्क कर उनकी कई तरह की परेशानियों को दूर करते. इस दौरान आधार कार्ड, मनरेगा कार्ड समेत सरकारी विभागों में आने वाली कठिनाईयों को दूर करने का काम किया." लेकिन अब ये महिलाएं इतनी समझदार हो गईं हैं कि खुद स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़कर सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ ले रही हैं."
‘The Nudge Foundation’ के CDO ने यह यकीन दिलाया कि इन महिलाओं और Self Help Groups से जुड़ा रहेगा और जिस तरह की तकनीकी सहायता या जानकारी की जरूरत होगी, उसे उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा. संस्था की ओर से अब Jharkhand State Livelihood Promotion society (JSLPS) के साथ मिलकर राज्य में करीब चार हजार अत्यंत गरीब परिवारों के विकास की योजना बनाई गई हैं. वहीं द नज इंस्टीट्यूट की ओर से झारखंड के अलावा अन्य राज्यों में कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. यह foundation बहुत सराहनीय कार्य कर रहा हैं. महिलाओं का जीवन इस foundation के साथ जुड़कर बहुत जल्द परिवर्तित होगा और वे खुदकी और अपने परिवार की सारी ज़रूरतें पूरी पाएंगी.