"ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) भारत के मौजूदा ई-कॉमर्स इकोसिस्टम (E-Commerce Ecosystem) का लोकतंत्रीकरण (democratise) करने के लिए बनाया गया है", केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Union minister Piyush Goyal) ने बेंगलुरु में ओएनडीसी एलिवेट कार्यक्रम (ONDC Elevate programme) को संबोधित करते हुए कहा. गोयल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और कहा कि ओएनडीसी में उद्योग को पूरी तरह से बदलनेकी क्षमता है.
उन्होंने कहा कि नेटवर्क पर विक्रेताओं की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है कि डिजिटल कॉमर्स पर ओएनडीसी का गहरा प्रभाव पड़ रहा है. गोयल ने ओपन हाउस के दौरान सभी नेटवर्क प्रतिभागियों के साथ बातचीत की, उनके सुझाव जानें और भारत में डिजिटल कॉमर्स (digital commerce) को लोकतांत्रित करने के अपने प्रयासों को दोगुना करने के लिए उनका मार्गदर्शन किया.
ओएनडीसी एलिवेट ने ओएनडीसी के एक साल पूरा होने का जश्न मनाया, नेटवर्क के प्रतिभागियों और तंत्र के खिलाड़ियों को एक साथ लाकर एक सहयोगी वातावरण को बढ़ावा दिया. इसने अब तक की उपलब्धियों पर खुली चर्चा के लिए एक मंच मिला और ओएनडीसी के भविष्य के बारे में चर्चा करने के लिए विचार-मंथन सत्रों का अवसर दिया.
"जब ओएनडीसी ने अपने संचालन का एक वर्ष पूरा कर लिया है, यह भविष्य की तैयारी करने और अभी तक हासिल की गई उपलब्धियों पर एक नज़र डालने का एक आदर्श समय है. पांच शहरों से लेकर 236 शहरों तक, व्यापारियों की लगातार बढ़ती भागीदारी के साथ नेटवर्क विकसित हुआ है", ओएनडीसी के एमडी और सीईओ टी कोशी ने कहा.
पिछले वर्ष में हासिल की गई ऊंचाइयों पर भी चर्चा की. 2022 को बीटा परीक्षण के लॉन्च से, ओएनडीसी ने 36 हज़ार विक्रेताओं, 45+ नेटवर्क प्रतिभागियों और 8+ श्रेणियों को बढ़ाया है, साप्ताहिक औसत 13 हज़ार+ खुदरा ऑर्डर के साथ अधिकतम लेनदेन 25 हज़ार तक पहुंच गया है. वर्कशॉप ने ओएनडीसी के ज़रिये पड़ने वाले प्रभाव पर ध्यान दिया, विशेष रूप से स्वयं सहायता समूहों (Self Help Group) और गैर-डिजिटल विक्रेताओं पर होने वाले प्रभाव पर चर्चा हुई.
ओएनडीसी एडवाइजरी कॉउंसिल (ONDC Advisory Council)—दिलीप अस्बे, सीईओ, एनपीसीआई; आदिल जैनुलभाई, अध्यक्ष, क्षमता निर्माण आयोग; और क्यूसीआई के अध्यक्ष जक्षय शाह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इस इंटरैक्टिव सत्र ने प्रतिभागियों को अपने सुझाव साझा करने और मंत्री और एडवाइजरी कॉउंसिल के सदस्यों के मार्गदर्शन से फायदा उठाने का मौका दिया.
स्वयं सहायता समूह (SHG) आज देशभर में आर्थिक क्रांति की अगुवाई कर रहे हैं. उनके विकास के लिए ज़रूरी है कि उन्हें ई- कॉमर्स से जोड़ा जाये ताकि तकनीक के इस दौर में वे पीछे न रह जायें.