जीवन में ख़ुशी और शांति एक साथ लाने का स्त्रोत है, योग. इसे सिर्फ एक्सरसाइज कहना सही नहीं है, क्यूंकि यह ज़िन्दगी को जीने का तरीका सिखाता है. दिव्य योग पीठ भी हर इंसान को एक बेहतर ज़िन्दगी देने के लिए कई सालों से काम कर रहा है और इसीलिए हाल ही में भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट को राष्ट्रीय आजीविका मिशन का नेशनल रिसोर्स आर्गेनाइजेशन बनाया. पूरे देश में स्वयं सहायता समूह के प्रशिक्षण कार्यक्रम किये गए और इसी श्रृंखला में हिमाचल प्रदेश के गैर कृषि कम्युनिटी रिसोर्सेस पर्सन के समूह का आगमन पतंजलि योगपीठ में हुआ.
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समापन कार्यक्रम में दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा- "ग्राम को समृद्धि शाली तथा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पतंजलि योगपीठ हर वक़्त काम कर रहा है." समृद्ध ग्राम कार्यक्रम ना केवल गांव को समृद्धशाली बनाता है बल्कि ग्रामीणों की आजीविका को भी बढ़ावा देता है." पतंजलि योग पीठ का यह प्रशिक्षण तीन दिन चला. इसमें स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं को स्टॉक इन्वेंटरी मैनेजमेंट से लेकर ई-कॉमर्स प्लेटफार्म तक जोड़ने की ट्रेनिंग दी गई. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम से उन्हें उत्पादों की क्वालिटी को भारतीय सरकार के बनाए गए पैरामीटर्स के हिसाब से चैक करने का प्रशिक्षण भी दिया गया. कार्यक्रम के अंत में सभी ने एकजुट होकर हिमाचल प्रदेश के Self Help Group को तेजी से आगे बढ़ाने की भी शपत ली गयी. योगपीठ के SHGs का विकास बहुत तेज़ी से होगा. महिलाएं भी अपनी आजीविका बढ़ाते हुए, एक सुखी और समृद्ध जीवन जी पाएंगी.