भारत के सबसे बड़े शाखा रहित बैंकिंग और डिजिटल नेटवर्क, 'पेनियरबाय' ने हाल ही में कहा है कि वह 8 जिलों में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से महिला व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी-सखियों) को जोड़ेगी जिससे ग्राम पंचायतों को आसानी से बैंकिंग सेवाएं प्रदान की जा सकें.
YES बैंक का एक कॉर्पोरेट बीसी (बिज़नेस कोरस्पोंडेंट), SHG महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (RAJEEVIKA) के साथ जुड़ेगा. साथ जुड़ने का एक मात्रा लक्ष्य वित्त वर्ष 2024 के अंत तक राजस्थान में 10,000 महिला बीसी के लिए आजीविका के अवसर पैदा करना है.
कंपनी इस तरह राजस्थान में वित्तीय सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच में सुधार के लिए एक स्टेबल नेटवर्क बनाने का काम करती है. मूल्य के लेन-देन को डिजिटाइज़ करना भी इस कंपनी के बड़े उद्देश्यों में से एक है. यह कदम 2023-24 के अंत तक ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम एक बीसी-सखी को तैनात करने की सोच से उठया गया है. राजस्थान SHG महिलाओं के लिए सरकार के इस कदम से बहुत बड़ा बदलाव आने कि उम्मीद है. इस पहल से महिलाएं खुद को और अपने परिवार को सशक्त बनाने की ओर बढ़ेंगी.