रेडियो कई दशकों से न केवल मनोरंजन का, पर अपनी बात समाज तक पहुंचाने का एक कारगर माध्यम रहा है. बढ़ती तकनीक के इस दौर में भी रेडियो ने अपनी पकड़ बनाये रखी है. हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये 91 एफएम ट्रांसमीटर लॉन्च किये. 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 84 जिलों में स्थापित 91 नए 100 वॉट एफएम ट्रांसमीटरों का वर्चुअल उद्घाटन किया. रेडियो कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया. पीएम मोदी ने बताया की कैसे रेडियो कनेक्टिविटी के ज़रिये देश के लोग एक-दूसरे से जुड़े हैं. डिजिटल इंडिया के इस दौर में भी रेडियो पिछड़ा नहीं बल्कि और उभरकर बाहर आया है.
लॉन्च के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "ऑल इंडिया रेडियो की एफएम सर्विस का विस्तार ऑल इंडिया एफएम बनने की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है. ऑल इंडिया एफएम की 91 एफएम ट्रांसमिटर्स की ये शुरूआत देश के 85 जिलों के 2 करोड़ लोगों के लिएतोहफा है."
प्रधान मंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इसमें शामिल राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, नागालैंड, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, शामिल हैं. गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, लद्दाख और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह. पीएम मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का 100वां एपिसोड प्रसारित हुआ. उन्होंने बताया कि 'मन की बात' के ज़रिये देशवासियों से इस तरह का भावनात्मक जुड़ाव सिर्फ रेडियो की वजह से ही संभव हो पाया है.
प्रधान मंत्री ने देश की भाषाई विविधता पर और देते हुए बताया कि एफएम प्रसारण सभी भाषाओं में होगा, खासकर 27 डायलेक्ट वाले क्षेत्रों में. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री, अनुराग ठाकुर ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक कदम है. यह स्थानीय लोगों तक मनोरंजन, खेल और खेती से संबंधित जानकारी प्रसारित करने में बहुत मददगार होगा. मन की बात ने रेडियो की लोकप्रियता बढ़ाई है.” एफएम रेडियो और डीटीएच दोनों ने डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को सशक्त किया है. इस पहल से रेडियो की लोकप्रियता बढ़ने के साथ-साथ कनेक्टिविटी भी बढ़ सकेगी.