New Update
Image Credits: NIC Webcast
Image Credits: NIC Webcast
हाल ही में केंद्र सरकार ने 2023 -24 का बजट पेश किया था जिसे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाला माना जा रहा है. पोस्ट-बजट वेबिनार में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री गिरिराज सिंह, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्री महेंद्रभाई मुंजपारा शामिल हुए. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पोस्ट बजट वेबिनार कर महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर चर्चा की.
चर्चा में पीएम मोदी ने कहा देश की ये आधी आबादी के सहयोग से देश के विकास में मदद होगी. शक्ति समूह से देश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी. पिछले 9 सालों में 7 करोड़ महिलाएं स्वसहायता समूह में शामिल हुईं और देश की इकॉनमी में योगदान देकर SHG की एहमियत और सामर्थ्य पर प्रकाश डाला. स्टार्टअप की दुनिया जैसी यूनिकॉर्न अब SHG में भी बनेंगे. बीते 9 सालों में SHG महिलाओं ने सवा 6 लाख करोड़ का लोन लिया और NPA भी बहुत कम रहा.
SHG की करोड़ों महिलाएं खेती, उत्पादन, जागरूकता फैलाना, जल प्रबंधन जैसे कई अलग-अलग क्षेत्रों में ग्राउंड रिसोर्स पर्सन बन काम कर रही हैं. ये महिलाएं बैंक सखी, कृषि सखी, और पशु सखी बन दूर दराज़ के इलाकों और गांवों में भी पहुंच रही हैं जहां सरकार या मीडिया की पहुंच सीमित है. ग्रामीण SHG के ज़रिये ये महिलाएं तकनीक, ट्रेनिंग, आर्थिक आज़ादी और आत्मनिर्भरता को गांवों में लेकर आई.
UN द्वारा घोषित 'ईयर ऑफ़ मिलेट' में SHG महिलाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनके सहयोग से मिलेट अब खेतों और थालियों में वापिस लौट रहे हैं. SHG से जुड़ी 1 करोड़ आदिवासी महिलाओं ने 'श्री अन्न' को उगाने के अनुभव और तकनीकी ट्रेनिंग की सहायता लेकर मिलेट के उत्पाद में बढ़ोतरी करवाई. पीएम मोदी ने हर तबके की महिलाओं को आर्थिक आज़ादी देने वाले सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHG) को भारत के रिमोट इलाकों तक पहुंचाने पर ज़ोर डाला. सबके साथ और सांझे प्रयास से सबका विकास संभव हो सकेगा.