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बच्चों के लिए वो एक मां होती है, पर एक मां के लिए उसके बच्चे पूरी दुनियां. वक़्त आने पर मां अपने बच्चों के लिए वो भी कर गुज़रती है जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी. धनशीला चन्देली को CNBC TV18 ने फ्यूचर फीमेल फॉरवर्ड सम्मान से नवाज़ा. धनशीला खेरागढ़, छत्तीसगढ़ से है और हमेशा से घर-गृहस्ती ने उन्हें व्यस्त रखा. तीन बच्चों और पति के साथ खुशहाल ज़िंदगी बिता रही थी तभी करंट लगने से उनके पति का स्वर्गवास हो गया. अपना घर छोड़ तीनों बच्चों के साथ अलग रहने लगी. हर दिन मानों एक जंग हो. मन हार मानने को कहता पर ममता से भरा दिल अपने बच्चों की परेशानियों को देखकर कुछ कर गुज़रने की चाह रखता.
धनशीला बड़ी उम्मीदों के साथ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) से जुड़ गई. बचत कर अपने बच्चों की छोटी-छोटी ज़रूरतों को पूरा करने लगी. अपने स्वसहायता समूह से जुड़कर आगे और कुछ करने की ठानी. खुद की आर्थिक आज़ादी को तलाशते हुए वे औरों को भी फाइनेंशियल लिट्रेसी की सीख देने लगी. धनशीला ने NRLM से जुड़कर लोगों को लोन दिलवाया, बचत खाता खुलवाया, सुरक्षा बीमा करवाया, सुकन्या समृद्धि योजना, अटल पेंशन योजना, और जीवन ज्योति बीमा जैसी कई योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया.
Image Credits: CNBCTV 18
यहीं तक अपनी उड़ान को सीमित न रखते हुए कृषि सखी बनी. कृषि सखी बन जैविक खेती, जैविक कीटनाशक, जैविक दवाई, और बीज उपचार के बारे में किसानों को जागरूक किया. आज धनशीला की मदद से 40 - 50 किसान जैविक खेती कर रहे हैं. NRLM के तहत वो उपज महिला किसान उत्पादन प्रोड्यूसर कंपनी की संचालिका बन गई. फाउंडेशन फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ रूरल वैल्यू चेन्स (FDRVC) से जुड़कर वे 4 गांवों के किसानों का सहयोग कर रही हैं और साइकिल से जाकर उन्हें तकनीकी सहायता लेने में भी मदद करती है. धनशीला का अथक प्रयास और अपने पैरों पर खड़े होकर आर्थिक आज़ादी तक पहुंचने का सफ़र कई महिलाओं के लिए मिसाल है.