जैविक खाद से बनाया रोज़गार

झारखण्ड के राजधानी रांची के नगर निगम की ओर से एक पहल की जा रही है. घर की बचा हुआ जैविक कचरा, फूल-फल, और सब्जियों के छिलके समेत पत्तियों से जैविक खाद का निर्माण किया जा रहा है. 

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रिसिका जोशी
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Jharkhand Compost making

Image Credits: Gaon Connection

स्वछता अभियान की पहल पुरे देश में बहुत तेजी से फ़ैल रही है. हर राज्य अपने स्तर पर कचरे के मैनेजमेंट को लेकर नयी परियोजनाएं बनाता रहता है. इसी कड़ी में झारखण्ड के राजधानी रांची के नगर निगम की ओर से एक पहल की जा रही है. घर की बचा हुआ जैविक कचरा, फूल-फल, और सब्जियों के छिलके समेत पत्तियों से जैविक खाद का निर्माण किया जा रहा है. 

इस काम में महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिला सदस्य जुटी हुई हैं और मशीनों का संचालन कर रही हैं. इस काम के लिए कर्बला चौक के पास स्थित MTS और रातू रोड में नागाबाबा सब्जी मार्केट में 15 सौ किलो ग्राम क्षमता की कम्पोस्ट मशीन लगायी गई हैं. इससे तैयार जैविक खाद को पैकेट में बंद कर बाजार में self help group के जरिए गार्डन गोल्ड कंपोस्ट (Garden Gold Compost) के नाम से बिक्री की जा रही है. रांची शहर में की गयी यह पहल एक बहुत बड़ा कदम है, स्वच्छ भारत की ओर. SHG महिलाओं को इस योजना से जुड़कर अपने लिए आजीविका बनाने और सशक्त बनाने का मौका तो मिल ही रहा है, साथ ही शहर फल सब्ज़ियों को उगाने के लिए रसायन मुक्त खाद भी तैयार हो रही है.

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