गंगा दुनिया कि सबसे पवित्र नदियों में से एक है. भारत में इस नदी की मान्यताओं के बारे में बच्चा-बच्चा जानता है. सभी यह मानते है कि गंगा में स्नान करने से पुण्य कि प्राप्ति होती है. हर साल पूरी दुनिया से आए, ना जाने कितने पर्यटक गंगा के दर्शन के लिए आते है. गंगा नदी कि मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज की महिलाओं नें एक शुरुआत की है, जिसमें वे प्रयागराज के संगम, जिसमें गंगा, यमुना, और सरस्वती जैसे तीन पवित्र नदियां मिलती है, उसका जल पूरी दुनिया में भेज सकेंगी. स्वयं सहायता समूह के साथ प्रभारी मंत्री व जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सर्किट हाउस में इस बोतलबंद गंगाजल को लांच किया. जिला प्रशासन ने इसे नए स्टार्टअप को हर तरीके से सहयोग देने का वादा किया.
पहली बार देखने में ऐसा लगेगा कि यह नॉर्मल पानी की बोतल हो. एक लीटर गंगाजल की कीमत को 20 रुपए तय की गयी. त्रिवेणी प्रेरणा महिला संकुल समिति नैनी की ओर से इसकी शुरुआत हो चुकी है. एक ओर जहां सबको आसानी से गंगाजल मिल सकेगा वहीं दूसरी ओर महिलाओं को इस पहल से अच्छा खासा रोजगार अवसर भी प्राप्त होगा. प्रयागराज के स्वयं सहायता समूहों की करीब 2 दर्जन महिलाएं इस काम में जुटी हुई है. प्रयागराज होकर गुजरने वाले राहगीरों को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर यह जल आसानी से यह उपलब्ध हो पाएगा. माघ और कुंभ मेले में स्नान करने के लिए जो भी श्रद्धालु आते हैं वह अपने साथ संगम का जल अवश्य ले जाते हैं. इस पहल से महिलाएं एक बहुत बड़ा रोजगार अवसर तैयार कर रही है. स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस कदम से देश दुनिया तक पहुंच पाएंगी और परिवार और अपनी ज़िन्दगी को सक्षम बना पाएंगी.