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कोविड-19 (covid-19) महामारी के समय स्वयं सहायता समूह (self help group) की महिलाओं ने मास्क और सैनिटाइज़र बनाने, और वैक्सीन की जागरूकता फ़ैलाने में सरकार की मदद की थी. इसके अलावा, बच्चों के टीकाकरण, मातृ स्वास्थ्य, मेंस्ट्रुअल हाइजीन जैसे मुद्दों पर भी ज़मीनी स्तर पर काफी काम किया है. सामुदायिक स्वास्थ्य में इन महिलाओं की भागीदारी को देखते हुए सिलीगुड़ी नगर निगम ने अहम फैसला लिया. सिलीगुड़ी नगर निगम (Siliguri Municipal Corporation) स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पैरामेडिकल प्रशिक्षण (paramedical training) देने की योजना बना रहा है. इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में SHG महिलाओं को रोजगार मिल सकेगा.
इस संबंध में हाल ही में मेयर व डिप्टी मेयर ने SHG व दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों के जिला प्रबंधकों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रयास कर रही है. सिलीगुड़ी में SHG की संख्या काफी ज़्यादा है. SHG महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी कामों में शामिल करने की योजना बना रहे हैं. जिसके लिए उन्हें पैरामेडिकल प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें अस्पतालों में नौकरी दिलाने की व्यवस्था भी की जाएगी. सिलीगुड़ी में लगभग 18 हज़ार स्वयं सहायता समूह हैं जिसमें करीब 30 हज़ार महिलाएं जुड़ी हैं.
उन्हें आशा कार्यकर्त्ता के समान प्राथमिक चिकित्सा और प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार की ट्रेनिंग दी जाएगी. बाद में, सिलीगुड़ी नगर निगम सरकार और कुछ निजी अस्पतालों के साथ बात कर महिलाओं को नौकरी दिलवाने में मदद करेगी. डिप्टी मेयर ने कहा कि जल्द ही प्रशिक्षण शुरू होगा. स्वयं सहायता समूह कई क्षेत्र में काम कर आजीविका कमा रही है. SHG महिलाओं को इस ट्रेनिंग के बाद एक और क्षेत्र में रोज़गार की अवसर मिल सकेंगे.