स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) आज देशभर में इनोवेटिव बिज़नेस शुरू कर रहे हैं. मार्केटिंग और तकनीक की दिशा में सहायता मिले तो ये अपना मुनाफा बढ़ा सकते हैं. युवा उद्यमियों के स्टार्ट-अप (start-up) ई-संधाई (E-Sandhai) ने इसी दिशा में स्वयं सहायता समूहों (SHG) की सहायता करने के लिए कदम बढ़ाया है. तमिलनाडु (Tamilnadu) के मन्नाचनल्लूर (Mannachanallur) के उझावर संधाई (Uzhavar Sandhai) में किसानों द्वारा उगाई गई ताज़ी सब्ज़ियों की मार्केटिंग (marketing) के लिए स्वयं सहायता समूहों के साथ हाथ मिलाया है.
यह कंपनी किसान उत्पादक कंपनियों से कृषि उपज खरीदती है और उसे ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद करती है. वे SHG सदस्यों को दूर-दराज की जगहों से ताज़ी सब्ज़ियों (fresh vegetables) को ट्रांसपोर्ट (transport) करने में मदद करते है, ताकि उन्हें उझावर संधाई में बेचा जा सके. स्टार्ट अप कंपनी बिचौलियों की भागीदारी के बिना ऊटी, धर्मपुरी, कृष्णागिरी और दूसरी जगहों से सब्जियां खरीदती है और मन्नाचनल्लूर तक ट्रांसपोर्ट करवाती है.
कंपनी ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में उगाई जाने वाली सब्जियों को सुबह जल्दी खरीद उझावर संधाई तक पहुंचाने का ध्यान रखती है. सब्जियों को स्टोर करने के लिए कोल्ड स्टोरेज की सुविधा भी दी जाती है. मन्नाचनल्लूर उझावर संधाई में SHG द्वारा तीन टन सब्जियां बेची जाती हैं. SHG की महिला सदस्य सब्जियां बेचने के लिए उझावर संधाई जाती हैं. ई-संधाई लोजिस्टिक्स के सभी पहलुओं का ध्यान रखता है.
ई-संधाई के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (founder and Chief Executive Officer) वी. चोलिन सेलवन (V. Chollin Selvan) ने कहा कि उनकी कंपनी सर्विस के अलावा कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेती है. किसान उत्पादक कंपनियों से खरीदी गई कीमतों पर ही SHG को सब्जियां पहुंचाई जाती हैं. कंपनी का लक्ष्य किसानों और स्वयं सहायता समूहों दोनों का समर्थन करना है.
इस तरह के स्टार्ट अप्स यदि स्वयं सहायता समूहों की तकनीक, मार्केटिंग, और लोजिस्टिक्स में मदद करेंगी तो ये समूह सफलता की नई ऊंचाई छू सकेंगे.