तेलंगाना का आंध्र प्रदेश से 2014 में अलग होना राजनैतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से लिया गया एक बड़ा कदम था. विभाजन में बाद से प्रदेश में उन्नति का स्तर बढ़ा है, और यहाँ की सरकार भी प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए आए दिन नए प्रयास करती रहती है. भारत की सबसे ज़्यादा युवा जनसंख्या आज तेलंगाना राज्य में है. 2022 में लाई गयी नेशनल युथ पॉलिसी में केंद्र सरकार ने 2030 तक युवाओं के साथ देश की विकास की बात की गयी है. तेलंगाना का इस पॉलिसी में एक बहुत बड़ा रोल होगा. इसके साथ महिलाओं का विकास भी सरकार का एक अहम केंद्र है, जिस पर तेजी से काम हो रहा है.
सिटी ऑफ़ पर्ल्स (हैदराबाद) में भी तेलंगाना सरकार ने महिलाओं और युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए पूरक पोषण, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, रेफरल सेवाओं, सशक्तिकरण पहल और कल्याणकारी कार्यक्रमों के साथ कई आउटरीच कार्यक्रमों को लागू किया. पिछले दस सालों में महिलाओं और बच्चों के लिए लागू की जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों को उजागर करने के लिए तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस समारोह के मौके पर 'महिला संक्षेमा दिनोत्सवम' का आयोजन किया गया. तेलंगाना महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ ने 'किशोरामृतम', 'आरोग्य लक्ष्मी मसाले' और 'मसालों' के पैकेट लॉन्च किए. इस मौके पर महिला एवं बाल संस्थाओं की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया.
Image Credits:Business Standards
बैंकों द्वारा स्वयं सहायता समूहों (SHG) को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में तीन गुना वृद्धि हुई है. SHG सदस्यों और समूह के ग्राम स्तर के संगठनों के वित्तीय लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए एक मोबाइल अकाउंटिंग ऐप भी बनाया गया है. राज्य सरकार ने कल्याण लक्ष्मी के तहत 10,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा की वित्तीय सहायता दी. घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, हमलों और दुर्घटनाओं की शिकार महिलाओं को तत्काल चिकित्सा देखभाल, न्याय और वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर 'सखी' की स्थापना की. यह सखी केंद्र 24/7 काम करते हैं.
सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्र में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और छह साल से कम उम्र के बच्चों के लिए हर दिन एक पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए आरोग्य लक्ष्मी योजना शुरू की. समय-समय पर गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं की उपस्थिति और उनकी स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी के लिए आरोग्य लक्ष्मी ऐप बनाया गया है. सरकार ने विशेष रूप से महिला यात्रियों की सुरक्षा और परिवहन के लिए 16 शी टैक्सियां भी शुरू कीं.
Image Credits: The Economic Times
तेलंगाना सरकार की ओर से महिलाओं के लिए इतने प्रयास राज्य में उनके विकास को निश्चित करते है. Self Help Group से जुड़ी महिलाओं को भी सरकार बढ़ावा दे रही है. सिर्फ तेलंगाना ही नहीं बल्कि पुरे देश में महिला सशक्तिकरण एक बड़ी पहल है, और भारत की प्रगति में एक सराहनीय कदम साबित होगा.