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भारत, एक ऐसा देश जहां हर मौके पर आपको कुछ ना कुछ नया सुनाने को मिल ही जाता है. हर दिन की कहानियां अलग, हर दिन की परेशानियां अलग. हर प्रकार का व्यक्ति है इस देश में. अब अगर हर प्रकार का व्यक्ति है तो जानवर कैसे पीछे रहेंगे.
हैरान हो रहे है? कोई बात नहीं मैं बताती हूं कि कर्नाटक में 17 जुलाई को क्या हुआ है. कर्नाटक में एक ऐसा अद्भुत वाकया हुआ जिसने हमें गर्वित कर दिया. पुलिस का एक फीमेल डॉग, Tunga-2, ने घरेलू हिंसा के एक मामले का पता लगाकर एक महिला की जान बचाई.
यह घटना 17 जुलाई की रात की है, जब Tunga-2 ने बिना रुके, घोर अंधेरे और भारी बारिश के बीच 8 किलोमीटर दौड़ लगाई. Tunga-2 एक ऐसे घर के पास रुकी, जहां शोरगुल हो रहा था, जिससे पुलिस को घरेलू हिंसा रोकने और 30 वर्षीय महिला रूपा को बचाने का मौका मिला.
रिपोर्ट के अनुसार, पति को अपनी पत्नी के अवैध संबंध के बारे में पता चला था. गुस्से में, पति ने मृत के सर पर लड़की मरकर उसकी हत्या कर दी.
रात 9:45 बजे गश्त कर रही पुलिस ने एक शव पाया और सन्तेबन्नूर इलाके की पुलिस कुत्ते के साथ मौके पर पहुँची. पुलिस हत्या की जांच कर रही थी, तभी Tunga-2 भौंकने और दौड़ने लगी.
दो साल की Tunga-2 ने संदिग्ध की गंध को सूंघा और रंगस्वामी को खोजने के लिए 8 किलोमीटर दौड़ी. कांस्टेबल जो Tunga-2 को संभाल रहे थे, ने देखा कि उनके डॉग ने आरोपी की गंध पहचान ली है और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ उसका पीछा किया, जब तक कि वह रंगस्वामी के घर के पास नहीं रुक गई.
Tunga-2 की इस बहादुरी की कहानी ने न केवल पुलिस विभाग को गौरवान्वित किया है, बल्कि समाज को भी यह संदेश दिया है कि अपराध और हिंसा के खिलाफ हर संभव कोशिश की जानी चाहिए. Tunga-2 की इस साहसिक कार्रवाई से यह भी स्पष्ट होता है कि हमारे पुलिस बल के साथ जुड़े ये कुत्ते कितने महत्वपूर्ण और विश्वसनीय हो सकते हैं.
Tunga-2 की इस बहादुरी और समर्पण ने एक महिला की जान बचाई और एक हत्यारे को पकड़वाया. यह घटना न केवल कुत्तों की अद्भुत क्षमता को दर्शाती है, बल्कि पुलिस विभाग की तत्परता और जिम्मेदारी को भी उजागर करती है. Tunga-2 जैसे नायक हमारे समाज के असली हीरो हैं और उनके प्रति हमें हमेशा कृतज्ञ रहना चाहिए.