स्वच्छता का अलख जगा रही दीदियों को समर्पित नवरात्र

देवी के नौ ही रूपों और उनकी खासियत कोनया स्वरूप दिया गया. इसी फ्रेम में सफाई दीदी को हर दिन नई उपाधि से नवाज़ा जाएगा. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये नवरात्र उन देवियों को समर्पित किया जो समाज में नज़र अंदाज़ कर दी जाती हैं.

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Navratri celebration by Uttar Pradesh government

Image Credits: Ravivar vichar

चैत्र की इस नवरात्र को उत्तर प्रदेश में  इस बार खास अंदाज़ में मनाया जा रहा है. अपनी परवाह किए बगैर कस्बे से लेकर शहरों को स्वच्छ और ताज़ी आबो-हवा दने वाली दीदियों को समर्पित कर दिया. देवी के नौ ही रूपों और उनकी खासियत को आधुनिक तरीके से शेप दिया गया. इसी फ्रेम में सफाई दीदी को हर दिन नई उपाधि से नवाज़ा जाएगा. इस अभिनव प्रयोग को देशभर में सराहा जा रहा है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये नवरात्र उन देवियों को समर्पित कर दिया जो समाज में कई बार नज़र अंदाज़ कर दी जाती हैं. 

गुड़ी पड़वा और मां दुर्गा के नौ रूपों को अलग -अलग कैटेगरी में लेकर राज्य स्तरीय पुरस्कार सफाई मित्र दीदी को दिए जाएंगे. नवरात्र के पहले दिन शैल पुत्री को माना जाता है. स्थानीय निकाय,स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) मिशन ने यह तय किया कि प्रदेश में स्वसहायता समूह की उन दीदी को इस सम्मान में शामिल करेंगे जो स्वच्छता के साथ अन्य लोगों को जागरूक कर रही हैं. इसी तरह नवरात्र का दूसरा दिन देवी ब्रह्मचारिणी के रूप में माना जाता है. इस रूप को ज्ञान,निष्ठा और ज्ञान का प्रतीक मानते हैं. इस दिन, उन महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने न केवल अपशिष्ट प्रबंधन बल्कि इसके माध्यम से कमाई का तरीका खोजा.


तीसरे दिन, क्षमा और शांति की देवी के रूप में जानी जाने वाली देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. इस दिन कचरा प्रबंधन में कार्यरत महिला उद्यमियों, जिन्होंने दूसरों के लिए रोजगार के अवसर बनाए उनको सम्मानित किया जाएगा. चौथे दिन देवी कुष्मांडा को समर्पित है,जिन्हें ब्रह्मांड का निर्माता माना जाता है. इस दिन सफाई मित्र (स्वच्छता कर्मचारी) को इसी तरह सम्मानित किया जाएगा. और पांचवे दिन प्यार और मातृत्व की देवी मानी जाने वाली देवी स्कंदमाता के रूप में  दूसरों को स्वच्छता में मास्टर ट्रेनर्स को सम्मानित किया जाएगा.

नवरात्र के छटवें दिन बुराई का नाश करने वाली देवी कात्यायनी के नाम से पूजा जाता है.  इस दिन स्वच्छता निश्चित करने के लिए अभिनव प्रथाओं के साथ सेवाएं देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा. सातवें दिन देवी कालरात्रि को समर्पित है, जिन्हें अंधकार और अज्ञान का नाश करने वाली स्वरूप में जाना जाता है. इस दिन खासतौर पर खाद बनाने और दूसरों को भी प्रोत्साहित करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकायों की निदेशक और स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) मिशन निदेशक नेहा शर्मा ने बताया-" समाज में सबसे गुमनाम होकर भी केवल अपने इलाके बल्कि प्रदेश को सवच्छ और सुंदर बनाने में अपने जीवन समर्पित कर चुकी है उन्हें मंडल ,जिला और राज्य स्तर पुरस्कृत किया जाएगा. शर्मा आगे बताती हैं -" इसका मकसद नवरात्र में उन असली देवियों को सम्मानित करना है ,जो समाज में मिसाल बन चुकी हैं.उन्होंने बताया नवरात्र के आठवें दिन देवी महागौरी के नाम पर मिशन उन महिलाओं को सम्मानित करेगा, जिन महिलाओं के प्रयासों से शहरी निकाय को स्वच्छ और सुन्दर बनाने में मदद मिलती है. स्वच्छता के लिए सामुदायिक जागरूकता में शामिल दीदियों को नवरात्र के नौवें और अंतिम दिन देवी सिद्धिदात्री (इच्छाओं को पूरा करने वाली) के नाम पर सम्मानित किया जाएगा.

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