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Image credits: Tanager (Image for Representational Purposes Only)
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स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं अपने जीवन को बदल रही है, और खुशहाल बना रही है. सरकार भी उन्हें हमेशा प्रोत्साहित करती रहती है कि वे SHGs से जुड़कर अपने जैसी दूसरी महिलाओं को मदद करें. केन्द्रिय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने NRLM को दस करोड़ महिलाओं को 2024 से पहले, स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने का लक्ष्य दिया है. इसी लक्ष्य में एक और कड़ी जोड़ी है राज्य उत्तर प्रदेश ने. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) के तहत स्वयं सहायता समूह बनाकर, महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने के लिए काम करवाना शुरू कर दिया है. प्रदेश में 2 महीने में 9.15 लाख से ज़्यादा ग्रामीण परिवारों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा गया.
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं के आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने का सफल प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश में 84 लाख से ज़्यादा ग्रामीण परिवारों को आजीविका मिशन के तहत आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा से जुड़े विकास कि और बढ़ाया जा रहा है. सभी जनपदों को जन जागरूकता अभियान, कार्यशाला, और प्रभात फेरी के साथ महिलाओं को 20 सितम्बर 2023 Self Help Group से जोड़ना ही लक्ष्य है. अभी तक उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से 84 लाख से ज़्यादा ग्रामीण परिवारों को 7.59 लाख SHGs में जोड़ा जा चूका है. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन की निदेशक सी. इन्दुमती ने भी अपने मिशन के बारे में बताया और स्वयं सहायता समूह से खुद जुड़ने के लिए भी महिलाओं को प्रेरित किया. SHGs के साथ यह महिलाएं बहुत तेज़ी से आगे बढ़ेंगी और अपना जीवन खुशहाल बना पाएंगी.