बैंकिंग सेवा आज हर व्यक्ति की बुनियादी ज़रूरतों में से बन गयी है. ऐसे में देश की सरकार लोगों को बैंकिंग और फाइनेंस से जुड़े कार्यो को समझाने के लिए नए प्रोजेक्ट्स लाती रहती है. 'बैंक सखी' (Banking Correspondent) इन सेवाओं को ग्रामीण लोगों तक पहुंचाने का एक बहुत अच्छा ज़रिया है. SHG महिलाएं इस कार्य को बख़ूबी निभा भी रही है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाने के लिए हाल ही में बंगाल सरकार (West Bengal Government) ने राज्य के हर व्यक्ति को बैंक सेवाओं से जोड़ने का निर्णय लिया. पंचायत विभाग प्रदेश के 3 हजार ग्राम पंचायत क्षेत्रों में 'Door Bank' सेवा शुरू करने जा रहा है. इस पहल का उद्देश्य गावों के हर व्यक्ति को बिना किसी परेशानी के बैंकिंग से जोड़ना होगा.
यह कार्य पूरा करने के लिए self help group की महिलाओं को लगाया जा रहा है. वे Business Correspondence Sakhi या (Digi Pay Sakhi) के रूप में काम करेंगी. इनकी पहचान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अगले महीने से कार्य शुरू करने की कोशिश की जा रही है. स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इन गावों में काउंटर्स खोलेंगी और ग्राहकों को पैसे निकालने और जमा करने में मदद करेंगी. यह महिलाएं इस काम से 8 से 12 हज़ार रुपये तक कमा पाएंगी. सरकार ने तय किया है कि यह महिलाएं किसी न किसी SHG की सदस्य होना ज़रूरी है. West Bengal State Rural Livelihood Mission (WBRLM) उन महिलाओं को प्राथमिकता देगा जो पहले से कंप्यूटर और स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करना जानती है. सरकार का मकसद ज्यादा से ज्यादा गांवों को इस सुविधा के दायरे में लाना है. गांव वालों के साथ यह पहला SHG महिलाओं के लिए भी काफी मददगार साबित होगी. उनकी आजीविका बढ़ाने और मज़बूत करने का यह एक बहुत अच्छा तरीका है.