श्रीनगर (Srinagar) में हुई G20 समिट (G20 Summit) ने पहले ही दिन डेलीगेट्स (delegates) को इम्प्रेस कर दिया. कहते है न कला से बेहतर कोई भाषा नहीं. तो बस, जम्मू और कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन (JKRLM) से जुड़ी महिला उद्यमियों की कला से भरपूर हस्तशिल्प, बागवानी और कृषि उत्पादों के स्टॉलों ने खूब वाहवाही बटोरी. जेकेआरएलएम महिलाओं के रोजगार और उनकी लीडरशिप को बढ़ावा देता है. महिलाओं ने स्टॉल में क्रिकेट के बल्ले, हस्तशिल्प, शंख टोकरियां, सेब और कृषि उपज जैसे केसर और लैवेंडर के नमूने प्रदर्शित किए. कश्मीरी महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups-SHG) की कलाकारी की खूब सराहना हुई.
विभाग ने महिलाओं की कला को प्रदर्शित कर उन्हें संबंधित क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने और उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया है. महिलाओं द्वारा बनाये हर आर्ट के पीछे एक कहानी, एक प्रेरणा छुपी है. हाथ से बुने हुए नाज़ुक सींक टोकरियों से लेकर कांगड़ी तक, हर प्रोडक्ट देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है.
जेकेआरएलएम से जुड़कर छह लाख से ज़्यादा ग्रामीण महिलाएं जम्मू-कश्मीर में सफलतापूर्वक अपना व्यवसाय चला रही हैं. जम्मू और कश्मीर में कम से कम 79 हज़ार स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं, जो महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने के लिए मार्गदर्शन देते है और ज़रूरी सहायता करते हैं. 6.36 लाख महिलाओं में से कम से कम 50,000 करोड़पति बन चुकी हैं.
तीन दिवसीय G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप (G20 Tourism Working Group) की बैठक शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में शुरू हुई. वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक फरवरी में गुजरात के कच्छ के रण में हुई थी. दूसरी बैठक सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल में हुई.
G20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं.