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G20 के ज़रिये भारत में ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को आगे आने का और अपनी लीडरशिप स्किल्स दिखाने का मौका मिल रहा है. अगरतला, त्रिपुरा में हुए विज्ञान सम्मेलन में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. अगरतला के हपनिया इंटरनेशनल फेयर ग्राउंड में पहुंचे G20 प्रतिनिधियों ने हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, और महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) उत्पादों को प्रदर्शित करने वाले अलग-अलग स्टालों का दौरा किया. उन्होंने त्रिपुरा के प्रकृति को ध्यान में रखते हुए वहां की संस्कृति को संरक्षित करने के प्रयासों की सराहना की.
Image Credits: @SwachhBharatGov
भारत की अध्यक्षता में G20 के इस इवेंट में चीन, अर्जेंटीना, रूस, यूएसए, यूके, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, तंजानिया और इथियोपिया सहित 13 G20 सदस्य देशों के लगभग 150 प्रतिनिधियों के अलावा कई वैज्ञानिकों और केंद्र सरकार के अधिकारियों ने भाग लिया. दो दिवसीय विज्ञान-20 सम्मेलन का विषय 'हरित भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा' रहा. प्रतिनिधियों ने त्रिपुरा राज्य के विभिन्न स्वदेशी उत्पादों से सजी 46 स्टालों का आनंद लिया, जिसमें बांस की हैंडलूम और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाये लोकल हैंडीक्राफ्ट थे जो त्रिपुरा की सांस्कृतिक विरासत को ख़ूबसूरती से प्रदर्शित करते हैं.
Image Credits: @SwachhBharatGov
कृषि, बागवानी,और जैविक पैकेज्ड प्रोडक्ट्स भी डिस्प्ले किये गए. कारीगरों ने बताया कि इन उत्पादों को पारंपरिक रूप से कैसे बनाया जाता है. वहां मौजूद अधिकारियों और अतिथियों ने कारीगरों, उत्पादकों और स्थानीय उद्यमियों के साथ बातचीत कर उनके प्रयासों की सराहना की. उन्होंने SHG महिलाओं से बात कर प्रदेश के सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए उनके प्रयासों की तारीफ कर उनका मनोबल बढ़ाया. अर्बन SHG की इन महिलाओं का G20 में अपने उत्पादों को प्रेजेंट करना बड़ी उपलब्धि रही.