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Image: Ravivar Vichar
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महिला SHGs और सरकार हाथ से हाथ मिला कर चल रहे है. सारी schemes महिला SHGs को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ही बनायीं गयीं है.
इसी के साथ सरकार ने मेलों का भी आयोजन किया जाता है, जिससे महिलाओं के SHG products को मार्किट में recognition मिले.
भारत सरकार ने SARAS Aajeevika मेला का आयोजन किया है Noida में. 16 Feb-04 March, 2024 तक यहाँ Noidaहाट में लगाई जाएगी. मेले का Inauguration केंद्रीय मंत्री द्वारा हुआ.
सरस आजीविका मेला 2024 में, जो केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री गिरिराज सिंह को मुख्य अतिथि के रूप में होने का मौका मिलेगा, उसमें केंद्रीय राज्य मंत्री ग्रामीण विकास और इस्पात फग्गन सिंह कुलस्ते और केंद्रीय ग्रामीण विकास, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के रूप में विशिष्ट अतिथि भी शामिल होंगे.
इस अवसर पर, भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव शैलेश कुमार सिंह, अपर सचिव चरणजीत सिंह, और संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा सहित ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे. इस मेले में, ग्रामीण भारत की शिल्प कलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन होगा, जिसमें नोएडावासियों ने भरपूर खरीदारी की.
Image Credit: Telangana Today
राजस्थान के रूपन स्वयं सहायता समूह की सोनू माली ने अपने उत्पादों में गुलाब जल पान, मुखवास, अजवाइन अर्क, जीरा अर्क, और आंवला कैंडी शामिल किए हैं. इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, बिहार, और पंजाब के उत्पाद भी लोगों को बहुत पसंद आए.
आईएनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया ने बताया कि-
सरकार के सरस आजीविका मेले का आयोजन प्रतिवर्ष देशभर के सभी राज्यों में किया जाता है. इसी श्रृंखला में, नोएडा में यह चौथा आयोजन हो रहा है।.16 फरवरी से 4 मार्च 2024 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा हाट में लगभग 29 राज्यों के 400 से अधिक महिला शिल्पकलाकार हिस्सा ले रहे हैं. ये कलाकार परंपरा, हस्तकला, ग्रामीण संस्कृति और स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, और अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं. इसके साथ ही, 85 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. सरस मेले का आयोजन 1999 से नियमित रूप से हो रहा है, और इन मेलों के माध्यम से लाखों महिलाओं के जीवन को सुधारा गया है. इस बार, स्थानीय स्तर पर, मेले में हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद भी शामिल किए गए हैं, जो लोगों को आकर्षित करेंगे. बच्चों के खेल और मनोरंजन के लिए भी संसाधनों की पूर्ति की गई है.
भारतीय फ़ूड कोर्ट इस बार के सरस आजीविका मेले में एक महत्त्वपूर्ण आकर्षण होगा. इसमें देशभर से विभिन्न राज्यों के विशेष व्यंजन प्रस्तुत किए जा रहे हैं. इस बार के महत्वपूर्ण इंडिया फूड कोर्ट में 20 राज्यों की 80 गृहिणियों का समूह है, जो अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टॉल लगाए हैं. यहां हर प्रदेश के विशेष व्यंजनों का अनूठा स्वाद लिया जा सकेगा. यहां राजस्थानी कैर सागरी गट्टे, बंगाली मछली करी, तेलंगाना का चिकन, बिहारी लिट्टी चोखा, पंजाबी सरसों का साग और मक्के की रोटी, प्राकृतिक खाद्य उत्पाद, हरियाणवी बाजरे और ज्वार के लड्डू बिस्कुट, कर्नाटकी और जम्मू-कश्मीरी सूखे फल सहित पूरे भारत के पकवान होंगे.