यशस्वी सोलंकी बनी देश के राष्ट्रपति की पहली महिला ADC

Lieutenant Commander Yashasvi Solankee ने 9 मई 2025 को President of India यानी President Droupadi Murmu की पहली महिला ADC (Aide‑de‑Camp) बनकर इतिहास रच दिया.

author-image
रिसिका जोशी
New Update
yashasvi solanki first woman ADC of president

Image Credits: Ravivar Vichar

एक लड़की जिसने बचपन में गणतंत्र दिवस की परेड में एक महिला पायलट को देखा और मन ही मन ठान लिया कि एक दिन वो भी वर्दी पहनेगी. आज वही लड़की देश के सबसे ऊंचे संवैधानिक पद — President of India — की पहली महिला ADC बनकर खड़ी है. नाम है — Lieutenant Commander Yashasvi Solankee. ये सिर्फ एक नई नियुक्ति नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है. एक ऐसा पल, जो देश की हर उस लड़की को रास्ता दिखाता है जो ऊंचा उड़ना चाहती है.

9 मई 2025 को Yashasvi ने इतिहास रचते हुए यह गौरव हासिल किया और पूरे देश का ध्यान खींचा. लेकिन सवाल ये है — ADC होता क्या है? इस पद की क्या जिम्मेदारी होती है? और क्या इसका महिला होना देश की सशस्त्र सेनाओं के लिए एक बड़ा बदलाव है? आइए जानते हैं इस ख़ास कहानी को.

Yashasvi Solankee बनीं पहली महिला ADC

Lieutenant Commander Yashasvi Solankee ने 9 मई 2025 को President of India Droupadi Murmu की पहली महिला ADC (Aide‑de‑Camp) बनकर इतिहास रच दिया. Indian Navy से आने वाली यह 27 वर्षीय अधिकारी वह पहली महिला हैं जिन्होंने इस खास भूमिका को निभाया, क्योंकि अब तक इस पद पर केवल पुरुष अधिकारी रहे हैं—तीन Army, एक Air Force, और एक Navy से.

Yashasvi का जन्म Bharuch, Gujarat में हुआ था और वह तकनीकी अधिकारी के रूप में Navy के Hyderabad स्थित आयुध विभाग में कार्यरत थी. बचपन में ही उनका मन सेना की तरफ आकर्षित हो गया था—जब वे आठवीं कक्षा में थी, तब Republic Day Parade में एक महिला IAF (Indian Air Force) पायलट को देख उन्होंने तय किया कि वह भी वर्दी पहनेंगी.

ADC की भूमिका और चुनौतियाँ

ADC full form है Aide‑de‑Camp और यह पद President of India के बेहद करीब होता है. ADC का काम सिर्फ दिखावा नहीं बल्कि बड़ी जिम्मेदारी होती है—राष्ट्रपति के कार्यक्रम, मीटिंग, यात्रा और ज़रूरी संचार की व्यवस्था देखना पड़ता है. उन्हें मिलिट्री और सिविल अधिकारियों के बीच तालमेल बनाना होता है और कभी-कभी 24 घंटे भी ड्यूटी पर रहना पड़ता है.

इस बार unmarried female officers को भी पहला मौका मिला ADC बनने का. ADC की नियुक्ति प्रक्रिया को बहुत ही सख्ती से लिया जाता है. अप्रैल 2025 में Navy की तीन महिला अधिकारियों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. Yashasvi Solankee को अंततः 15 दिन की कड़ी जांच, इंटरव्यू और physical fitness test के बाद चुना गया. इस पद के लिए कम से कम 173 सेमी की ऊंचाई और मानसिक दृढ़ता होना जरूरी है.

महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

President Droupadi Murmu ने महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने और उन्हें उच्च संवैधानिक पदों पर अवसर देने की नीति पर चलकर Yashasvi को यह मौका दिया. Military Secretary Major General V. Parida ने बताया कि यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में खड़ी है और आने वाले समय में ArmyAir Force से भी महिला ADC की संभावना है.

Yashasvi Solankee की यह नियुक्ति सिर्फ एक पद की उपलब्धि नहीं, बल्कि देश के सभी युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई है. यह दर्शाता है कि अगर लगन, तैयारी और अवसर मिलें, तो कोई भी सपना—यहाँ तक कि देश के सर्वोच्च कार्यालय, President of India के साथ काम करना—साकार हो सकता है.

President of India Droupadi Murmu President Droupadi Murmu पहली महिला ADC Yashasvi Solankee