अगर आपने भी घर बनाने के लिए लोन लिया है, तो आपको पता होगा, बैंक के चार चक्कर, दस डॉक्युमेंट्स, और मॉर्गेज के बाद भी लोन मिलेगा या नहीं कन्फर्म नहीं होता. ये कहानी कामकाजी पुरुषों की है, ज़रा सोचिये घर में रह रहीं महिलाएं अगर होम लोन लेने जाएं, तो उन्हें लोन कौन देगा ? इसका जवाब AVIOM हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है जिसे काजल इल्मी ने शुरू किया. ये कम्पनी ग्रामीण और अर्ध-शहरी, कामकाजी और घर से खुदका काम करने वाली महिलाओं को होम लोन देता है. होम एक्सटेंशन, स्वच्छता सुविधाओं और रेनोवेशन के लिए ₹5 हज़ार से ₹5 लाख तक का ऋण देता है. 2017 से ये कंपनी "महिलाओं द्वारा, महिलाओं के लिए, और महिलाओं को उधार देती है".
AVIOM की 120 से अधिक शाखाएं 14 राज्यों में फ़ैली हुई हैं जिसमे 55 हज़ार से अधिक महिलाओं की एक टीम बनाई, जिन्हें 'शक्ति' का नाम दिया. ये महिलाएं दूसरी महिलाओं को AVIOM से जोड़ कर उन्हें लोन लेने में मदद करती हैं . अब तक, कंपनी 50 हज़ार से अधिक महिलाओं को लोन दे चुकी है. AVIOM में रीपेमेंट आसान किस्तों में होता है जिस वजह से डिफॉल्ट नहीं है और ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) रेशियो सिर्फ 0.5 % है. लगभग 50 हज़ार ग्राहकों में से केवल 30 मामलों में रीपेमेंट देर से मिला पर मिला ज़रूर. अभी तक कोई राइट-ऑफ़ भी नहीं हुआ.
AVIOM हर महीने 4 हज़ार से 5 हज़ार महिला शक्ति वॉलंटियर्स को जोड़ता है. आसान होम लोन देने के साथ-साथ, शक्ति आंदोलन घर पर रहने वाली महिलाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय साक्षरता (फाइनेंशियल लिट्रेसी) की ट्रेनिंग देकर अपना सोर्सिंग एजेंट बना लेते हैं. ये आगे चलकर 'शक्ति शाखाओं' की प्रबंधक बनती हैं जिनकी आय प्रति माह ₹40 हज़ार-50 हज़ार तक बढ़ सकती है. पहले, लोन महिलाओं के लिए होने पर भी पुरुषों के नाम पर लिए जाते थे. AVIOM ने महिलाओं को उन संपत्तियों की सह-मालिक बनने के लिए प्रेरित किया. नियम बनाया कि महिला के नाम पर लोन लेने से वे बड़ा लोन ले सकेंगी. इससे उन महिलाओं को पॉवर मिलता है जो घरेलु हिंसा या घर से बाहर निकाले जाने की धमकियों का सामना करती हैं.
जिन महिलाओं को लोन दिया जाता है उन्ही महिलाओं को सोर्सिंग एजेंट बनाकर रोज़गार भी मिलता है. इससे उनमे लीडरशिप, पैसों के मैनेजमेंट की समझ, और आत्मविश्वास बढ़ता है. ऐसी पहल और भी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस को करना चाहिए जिससे हर तबके की महिलाओं का खुद का घर बनाने का सपना पूरा हो सके.