डायरेक्टर होमी अदजानिया (Homi Adajania) की वेब सीरीज (web series) 'सास बहू और फ्लेमिंगो' (Saas, Bahu aur Flamingo) उन दर्शकों के लिए है जो होमी के रंगीन किरदारों को पहचानते हैं. डिज्नी प्लस हॉटस्टार (Dysney plus hotstar) की इस सीरीज में सास, बहु, बेटी, कोई भी किरदार पारंपरिक ढांचे में नहीं समाते. अतरंगी क्राइम थ्रिलर सीरीज (crime thriller series) में सास का किरदार डिम्पल कपाड़िया (Dimple Kapadia) ने, बहुओं का अंगिरा धर (Angira Dhar) और ईशा तलवार (Isha Talvar) ने, और बेटी का किरदार राधिका मदान (Radhika Madan) ने निभाया. ये शो सास बहु डेली सोप में दिखाए जाने वाले पारंपरिक नैरेटिव से दूरी बनाकर, अपने अलग अंदाज़ से तंज कसता है.
सास, बहू और फ्लेमिंगो में, होमी अदजानिया उत्साहजनक, शोरगुल और रोमांचक अनुभवों को दर्शाते है. सीरीज में मातृसत्ता (matriarchy) की गम्भीरताओं को सावधानीपूर्वक, तेजतर्रार और असाधारण तरीके से दिखाया है. डिम्पल कपाड़िया (सावित्री) को लेडी 'पैब्लो एस्कोबार' के किरदार में दिखाया गया है. वे रेगिस्तान में एक हवेली में ड्रग कारटेल की मुखिया है. ड्रग्स के कारोबार की पृष्ठभूमि में बनी सीरीज की खूबी सिर्फ उसकी कहानी ही नहीं, उसका प्रस्तुतिकरण भी है. शक्तिशाली चौकड़ी जिसमें उनकी बहू, काजल (अंगिरा धर) और बिजली (ईशा तलवार) शामिल हैं, उनकी बेटी शांता (राधिका मदान) के साथ, जबरदस्त टीम वर्क की ताकत नज़र आती है.
अत्याधुनिक सैटेलाइट फोन, प्रभावशाली कनेक्शन, और अपने दुश्मनों को मात देने वाला असाधारण कौशल के साथ महिला कलाकारों को पूरी सीरीज में शासन करते और अपना वर्चस्व कायम करते देखा गया. सावित्री अपनी हवेली में महिलाओं के लिए रानी कॉपरेटिव नाम की संस्था चलाती है. इसकी आड़ में वो 500 करोड़ रुपये का कोकीन का कारोबार करती है. वे अपने माल को स्पेन सहित दुनिया के कई देशों तक पहुंचाती है. सावित्री के इस ड्रग का नाम फ्लेमिंगो है.
सास, बहू और फ्लेमिंगो जेंडर डायनेमिक और पॉवर स्ट्रगल पर ध्यान दिलवाने की कोशिश करता है. यह उन महिलाओं की ताकत और आत्मविश्वास को उजागर करता है, जो बदला लेने के बजाय सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने और फिर से परिभाषित करने की कोशिश करती हैं. यह शो गहराई में जाकर, ताकतवर महिला किरदारों के ज़रिये सशक्त नज़रिया पेश करता है. ये शो, धीरे-धीरे हमें एक सुरक्षित स्थान खोजने, घर बनाने, और सुरक्षित महसूस करने की अहमियत समझाता है. महिलाएं शो में किसी भी कीमत पर अपनी जगह किसी पुरुष को देने के लिए तैयार नहीं. ये शो हर उस सामाजिक ढांचे को उलटता है जो महिलाओं को कमतर समझता है, या उनके साथ भेद-भाव को बढ़ावा देता है. ऐसे शो समाज को आइना दिखाते है और एक पेरेलल रियालिटी की संभावना को उजागर करता है.