जबसे इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया का ज़माना आया है लोग खुद की अपीयरेंस और पहचान को लेकर काफी जागरूक हो गए है, हां ये बात सच है इस सोशल मीडिया में अपनी प्रेज़ेन्स को लेकर लोग हद से आगे भी बढ़ जाते है. लेकिन अगर हम उन लोगों को कुछ वक़्त के लिए साइड कर दे, तो हम देखेंगे की ज़्यादातर लोग खुद को बदलना चाहते है और फिटनेस की ओर जाना चाहते है.
महिलाओं के लिए योग के फायदे
फिटनेस और हेल्थी लाइफस्टाइल मेन्टेन करने के लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन है योग. योग एक प्राचीन भारतीय विद्या है जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद करता है. आधुनिक जीवन की भागदौड़ में, महिलाओं के लिए योग अत्यंत लाभदायक है, और अब तो हर influencer या celebrity भी योग को अपने fitness regime में शामिल कर रहा है. क्योंकि आज की दुनिया में इन लोगों से सब प्रेरित होते है तो इनका कुछ भी करना, बहुत बड़ा इम्पैक्ट क्रिएट करता है.
इस लेख में हम महिलाओं के लिए योग के विभिन्न फायदों पर चर्चा करेंगे और उदाहरणों तथा तथ्यों के साथ इसे समझने की कोशिश करेंगे.
महिलाओं के शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
योग का सबसे बड़ा फायदा शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार है. महिलाओं के लिए योग विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं से निपटने में मदद कर सकता है, जैसे: आज की महिलाएं सबसे ज़्यादा परेशान रहती है अपने periods से. ऐसी बहुत सी स्टडीज़ हो चुकी है जो बताती है कि आजकल की महिलाओं को अपने पीरियड्स के समय बहुत दर्द और असहजता का सामना करना पड़ता है.
महिलाओं के लिए योग नियमित रूप से करने से मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और असुविधा को कम किया जा सकता है. पीठ दर्द या अन्य कोई दर्द भी योग की मदद से आसानी से ठीक किये जा सकते है.
मोटापा और वजन प्रबंधन: सूर्य नमस्कार और वज्रासन जैसे योगासन वजन घटाने और मोटापा नियंत्रित करने में सहायक होते हैं.
मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है. महिलाओं के लिए योग मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करता है.
नियमित ध्यान करने से मानसिक शांति मिलती है और मानसिक तनाव कम होता है.
प्राणायाम की विभिन्न तकनीकें, जैसे अनुलोम-विलोम और भ्रामरी, मानसिक शांति प्रदान करती हैं और मस्तिष्क को शांत करती हैं.
आत्म-विश्वास और सकारात्मकता में वृद्धि
महिलाओं के लिए योग आत्म-विश्वास बढ़ाने और सकारात्मकता बनाए रखने में मदद करता है. योग के नियमित अभ्यास से आत्म-साक्षात्कार होता है और आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है.
वीरभद्रासन- इस आसन का अभ्यास करने से आत्म-विश्वास बढ़ता है.
ताड़ासन- यह आसन शरीर को संतुलित करता है और आत्म-विश्वास में वृद्धि करता है.
महिलाओं में योग से होता है हार्मोनल संतुलन
महिलाओं के लिए योग हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है. विशेष रूप से पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज) जैसी समस्याओं में योग अत्यंत लाभकारी है. सुप्त बद्ध कोणासन: यह आसन पीसीओडी और अन्य हार्मोनल समस्याओं में राहत देता है. मशीनद्रासन: इस आसन का अभ्यास हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है.
महिलाओं के लिए योग का नियमित अभ्यास शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है. यह न केवल शारीरिक समस्याओं से निपटने में मदद करता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्म-विश्वास में भी वृद्धि करता है. महिलाओं को अपने दैनिक जीवन में योग को शामिल करना चाहिए ताकि वे स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें.