Dr. Nandini Mohta की पहल बदल रही है लोगों का नज़रिया
वीडियो :महिला सशक्तिकरण, नारीवाद, feminism, gender equality... और भी बहुत से शब्द सुने होंगे ना आपने? लेकिन grass root level पर असलियत क्या है ये सिर्फ एक ऐसा व्यक्ति बता सकता है जो एक बच्ची क जन्म दिलवाने में सहायक हो- एक डॉक्टर!
इसी बात को ध्यान में रखते हुए नंदिनी ने फैसला किया कि इस तरह से वे हर दिन और नहीं सहन कर सकती. उन्होंने ठान लिया कि वे कुछ और प्रयास करेंगी. वे बताती है- "जब भी मैं जब भी मैं जाकर उनके रिश्तेदारों को बच्ची देती, मैं मुस्कुराती और कहती- "माउशी, लक्ष्मी आली, माला मिठाई पाईजे" (लक्ष्मी आई हैं, मुझे मिठाई चाहिए!)