ज़िन्दगी से भरपूर, ज़िन्दगी के सफ़र में... storyteller इम्तिआज़ के किरदार
गीत, मीरा, हीर, वीरा, तारा या वेरोनिका, इन सभी किरदारों में एक समानता है- वो हर वक़्त कमजोर नहीं रहती, और न ही हमेशा ताकतवर, ये किरदार सबसे हटकर है, पर सब जैसे भी है.
चाहे 'जब वी मेट' की गीत हो, 'लव आज कल' की मीरा, या तमाशा की तारा, इम्तिआज़ अली के फीमेल किरदार मुहब्बत के ज़रिये खुद को ढूंढ़ने का सफर तय करते हैं. गीत, मीरा, हीर, वीरा, तारा या वेरोनिका, इन सभी किरदारों में एक समानता है- वो हर वक़्त कमजोर नहीं रहती, और न ही हमेशा ताकतवर, ये किरदार सबसे हटकर है, पर सब जैसे भी है.
"मुझे प्रेरणा ज़िन्दगी और अपने आसपास की महिलाओं से मिलती है. कभी महिला के प्रति प्रेम, तो कभी उसकी समझ प्रभावित कर जाती है. आमतौर पर ये किरदार इन सभी का मिश्रण होते हैं. यह हमेशा आपके आसपास की महिलाएं होती हैं जो आपको इस तरह के किरदार लिखने में मदद करती हैं, ”इम्तियाज़ ने एक इंटरव्यू में कहा था.