इंटरनेट की मदद से तरह-तरह की सेवाएं उन कोनों तक पहुंच रही हैं जहां ऑफलाइन तरीके कारगर साबित होते नहीं दिखाई दिए. ऑनलाइन माइक्रोफाइनेंस भी उन्हीं सेवाओं में से एक है जो ग्राहकों तक बचत खाते, लोन, बीमा, पैसे ट्रांसफर जैसी बैंकिंग सेवाओं को उस तबके तक पंहुचा रहा है जिनके पास गरीबी की वजह से पारंपरिक वित्तीय सेवाओं तक पहुंच नहीं थी.
माइक्रोफाइनेंस की मदद से देशभर में स्वयं सहायता समूह आर्थिक क्रांति ला रहे हैं. ऑनलाइन मोड में माइक्रोफाइनेंस उपलब्ध होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के उद्यमियों और कम आय वाले व्यवसायों की वित्तीय सेवाओं तक पहुंच बड़ी है. AMA रिसर्च द्वारा प्रकाशित "ग्लोबल ऑनलाइन माइक्रोफाइनेंस मार्केट आउटलुक टू 2028" रिपोर्ट में बताया गया कि ऑनलाइन माइक्रोफाइनेंस के बारे में कम आय वाले समूहों के बीच बढ़ती जागरूकता की वजह से इसके बाजार में बढ़ोतरी हो रही है. वित्तीय समावेशन या फाइनेंशियल इन्क्लूशन को बढ़ाकर, उद्यमियों को ज़रूरी वित्तीय संसाधनों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है।