आईएएस अफसर किंजल सिंह ने अपने पिता के उस सपने को पूरा कर दिया जो उन्होंने आखरी दम तक देखा. किसी बेटी का अपने पिता के प्रति लगाव इतिहास में दर्ज हो गया. किंजल सिंह की कहानी कोई फ़िल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लेकिन यह हकीकत है.
आईएएस (IAS) अफसर किंजल सिंह ने अपने पिता के उस सपने को पूरा कर दिया जो उन्होंने आखरी दम तक देखा. किसी बेटी का अपने पिता के प्रति लगाव इतिहास में दर्ज हो गया. किंजल सिंह की कहानी कोई फ़िल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लेकिन यह हकीकत है. किंजल सिंह की कहानी रोमांच, मेहनत, जूनून और ज़िद के साथ दर्द के बीच खड़ी हुई. फादर्स-डे (father's day) पर किंजल सिंह की ज़िंदगी युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं.