इस्मत चुग़ताई चार दीवारी में बंद महिलाओं की ख़ामोशी की आवाज़ बनती
साहित्य की दुनिया में कई नाम ऐसे हैं जिन्होंने गुमनाम कहानियों को अपनी कलम से आवाज़ दी. ऐसी ही एक लेखिका थी इस्मत चुग़ताई, जो अपने समय से आगे रही और क्रांतिकारी आवाज़ बन सामाजिक मानदंडों को चुनौती दी.