खंडवा जिले में 'लाड़ली बहना महा सम्मेलन' का आयोजन किया गया. बहनों को हर महीने एक हजार रूपये की राशि दी जाएगी, जिससे वे आत्म-निर्भर बनें. योजना में 30 अप्रैल तक फार्म भरे जाएंगे और 10 जून से खाते में पैसा आने लगेगा.
आज भी लोग लड़कियों को एक बोझ समझते है. यह सब जानकर शिवराज सिंह चौहान ने प्रण लिया - "मध्यप्रदेश में बेटियों को वरदान बनाऊँगा." वो आगे कहते है - "मैं दिन-रात उनके कल्याण में लग गया और आज आलम ये है कि मध्यप्रदेश की धरती पर अब बेटियाँ वरदान हैं."
हाल ही में खंडवा जिले में 'लाड़ली बहना महा सम्मेलन' का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री ने इस सभा कि शुरुआत और अंत, ‘ फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है ’ गाने से की. बहनों ने भी अपने लाडले भाई का स्वागत साफा बांध कर और निमाड़ी पहरावनी से किया. प्रारंभ में लगभग एक लाख SHG बहनों ने अपने हाथों से लिखी पातियाँ, मुख्यमंत्री को भेंट की. इस प्रेम भाव को देखकर, मुख्यमंत्री भावुक होकर बोले - "बहनों ने मुझे पाती लिख और राखी बांध कर, मेरे प्रति जो विश्वास जताया है, उसे मैं टूटने नहीं दूँगा. मैं कच्चे धागे के इस बंधन को उम्र भर निभाऊँगा. मैं जियूंगा तो बहनों के लिए और यदि उनके लिए मरना पड़ा तो उसमें भी पीछे नहीं हटूँगा."