फेंके हुए फूलों को फिर से महकाने के सफ़र पर Phool

'फूल' स्टार्टअप मंदिरों में इस्तेमाल किये गए फूलों को इकट्ठा कर उन्हें ईको-फ्रेंडली प्रोडक्ट में बदल रहा है. इन पवित्र फूलों से अनोखी 'फ्लावर-साइक्लिंग' तकनीक का इस्तेमाल कर, अगरबत्ती, धूपबत्ती, और हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है.

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'फूल' स्टार्टअप मंदिरों में इस्तेमाल किये गए फूलों को इकट्ठा कर उन्हें ईको-फ्रेंडली प्रोडक्ट में बदल रहा है.सिर्फ़ उत्तर प्रदेश के मंदिरों से रोज़ाना 8.4 टन फ्लॉवर वेस्ट निकलता है. इन पवित्र फूलों से अनोखी 'फ्लावर-साइक्लिंग' तकनीक का इस्तेमाल कर, अगरबत्ती, धूपबत्ती, और हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है. हानिकारक थर्मोकोल के इस्तेमाल को कम करने के लिए फ्लोराफोम भी बनाया जाता है. इसके अलावा रीसाइकल्ड फूलों से बने एसेंशियल ऑइल की भी काफी मांग है. सभी प्रोडक्ट्स ऑर्गनिक और बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग में पैक होते हैं.